सरकार के निर्देश के बाद भी स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार नहीं दे रही है बॉक्साइट उत्खनन कंपनी हिंडाल्को आक्रोशित युवाओं ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
छत्तीसगढ़/कुसमी (डॉ प्रताप नारायण सिंह) यदि आपकी ही ज़मीन जहां आपका बचपन खेला हो, जिस जमीन पर आपने तेजधूप, भीषण बरसात और कड़कड़ाती हुई ठंड झेली हो,, इस जमीन का दोहन कर प्रकृति का तो सत्यानाश कर ही दिया गया एक उम्मीद यह थी कि इस उत्खनन का गंभीर परिणाम भुगत रहे स्थानीय परिवारों को अमूमन एक रोजगार तो हर घर के युवा को दिया जाए संविधान भी यही कहता है,, यह मार्मिक खबर है बलरामपुर रामानुजगंज जिले के प्राकृतिक गोद में बसे हुए सामरी पाठ से जहां के स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार हिंडालको कंपनी द्वारा जो बॉक्साइट का दोहन लगातार कर रही है नहीं प्रदान किया जा रहा है।
चेतावनी। 5 दिन के अंदर दे रोजगार नहीं तो कार्यालय के सामने देंगे धरना।
हिंडालको कंपनी में रोजगार के लिए बेरोजगारों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
गुरुवार को समरी पाठ क्षेत्र की स्थानीय बेरोजगारो ने हिंडालको कंपनी से रोजगार दिलवाने के लिए एसडीएम करुण डहरिया को ज्ञापन सौंपा है वहीं जल्दी रोजगार नहीं देने पर पांच दिवस में कंपनी के कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है।
ज्ञापन में बताया गया कि सामरी पाठ छेत्र के युवाओं द्वारा कई महीनों से रोजगार मांगा जा रहा था परंतु कंपनी द्वारा कोई सकारात्मक पहल अभी तक नहीं किया है जबकि हिंडालको कंपनी द्वारा 1996 मैं खदान खोलने पूर्व अग्रीमेंट किया गया था कि कम से कम मशीनरी काश उपयोग कर स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। परंतु कंपनी द्वारा अधिक मशीनरी का उपयोग कर बाहरी मजदूरों से काम लिया जा रहा है। जिसे स्थानीय युवाओं में आक्रोश व्याप्त है।
काम देने के नाम पर 15-15 दिन पत्थर तोड़े।
बताया गया कि हिंडालको कंपनी की उत्खनन कर रही कंपनी द्वारा हर साल 40 स्थानीय युवाओं को नौकरी देने का नाम पर हुए समझौते के बाद 15-15 दिन बॉक्साइट पत्थर भी तुड़वाया गया जिसके बाद भी उन्हें काम पर नहीं रखा गया जिससे स्थानीय युवाओं में भारी आक्रोश है ज्ञापन पर उचित कार्रवाई नहीं होने पर बेरोजगारों द्वारा धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है