सूरजपुर
सेंट्रल बैंक रामनगर के कई स्टॉफ पर मनामनी काम व उचित व्योहार ना करने का आरोप लगातार लगते रहता है ग्रामीणों आवाज उठाते रहते है लेकिन बैंक कर्मचारी के कानो मे कुछ सुनाई हि नहीं देता ,अगर आप बैंक मे गये साधारण फार्म लेने को तो दो दिन बाद फ्रॉम मिलेगा, है उसमे भी की उस काम उस दिन हो जाये मजाल है आप को चार दिन चक्कर काटने पड़ेंगे केवल फॉर्म लेने मे ,काम होने मे आपको एक या दो सप्ताह से लेकर महीनो लगेगा है,इतनी शिथिल कर्मचारी है । ये सब अजय राजवाड़े बैंक bc के इशारे मे होता है किसको फ्रॉम देना है किसको नहीं ,किसका काम करना है जिसका नहीं।
अभद्र व्योहार के आदी है वहाँ का बैंक bc
रामनगर सेंट्रल बैंक मे बैंक bc अजय राजवाड़े के द्वारा हमेशा हि अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है ,वहां जाने वाले हितग्राही को हमेशा हि उची आवाज मे बात करता है अपने आप को बैंक का मालिक समझाता है ,किसी भी काम को बैंक स्टॉफ करने को तैयार भी हो जाये तो अजय राजवाड़े द्वारा ये बोल कर टाल दिया जाता है की सिस्टम खराब है या ,स्टॉफ नहीं है ,भिन्न प्रकार के बहाने बना कर बैंक का चक्कर कटवाते रहता है,जो बैंक अजय राजवाड़े के खिलाफ कई बार शिकायत होने के बाद भी किसी भी प्रकार का कोई कार्यवाही नहीं होता है सेंट्रल बैंक रामनगर केवल दलाली का अड्डा बना है इसके बिना जो कोई भी काम हो दलाली चलता है,अजय राजवाड़े सभी लोग परेशान है , इस बैंक का एरिया बहुत बड़ा है ,बैंक का एरिया बड़ा होने के कारण बैंक मे मजबूरी मे जाना पड़ता है , आज किसी भी व्यक्ति के पास समय नहीं है हर व्यक्ति चाहता है उसका काम् तत्काल मे हो जाये किन्तु इस बैंक से सभी परेशान हो चुके
जबकी बैक bc बनाने का मकसद हि है की बैंक ग्राहकों को राहत हो किसी भी काम को कराने मे आसानी हो किन्तु बैंक ऐसे bc को बैठा रखा है की बैंक bc की बैंक ग्राहकों का मुसीबत व परेशानियों का कारण बना हुवा है।कई ग्राहकों का कहना है की बैंक बीसी अजय राजवाड़े को बैंक मे न बैठाकर बैंक से बाहर बैठेने को कहा जाये या इनकी आईडी बंद कर किसी दूसरे व्यक्ति को दिया जाये जो सत्य एवं निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करे।
बैंक द्वारा निर्धारित लोकेशन मे नहीं करता काम:-
प्राप्त जानकरी के अनुसार बीसी अजय राजवाड़े को ग्राम पंचायत कारवां के लिए चयनित किया गया है किन्तु अपने लोक्शन मे न बैठ कर किसी अन्यत्र जगह पर काम करता है। बैंक में बैठ कर रौब झाड़ता रहता है बैंक मैनेजर मुक दर्शक की तरह बैठ कर देखता रहता है आखिर कार ऐसे भ्रष्ट कार्य करने वालो पर कब कार्यवाही होगा |
बात करे बैंक स्टॉफ की तो बैंक स्टॉफ इसकी हरकत मुक दर्शक बन बैठ कर देखते रहते है ,क्या उनका फर्ज नहीं बनता की इस बैंक bc को उनका दायित्व समझाये,या कही बैंक स्टॉफ के इसारे मे तो नहीं हो रहा है। अब देखने वाली बात यह है की क्या अब भी कुछ कार्यवाही होता इस कामचोर बैंक bc के ऊपर या ऐसे हि माल मलाई खाने को बैंक मे बैठा कर रखते है।