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सुनील गावस्कर बोले- अब इसे बनाओ टेस्ट कप्तान, उसकी बल्लेबाजी में आएगा बदलाव

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नई दिल्ली। विराट कोहली ने शनिवार को टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। कोहली ने ट्विटर के जरिए कप्तानी छोड़ने का फैसला सुनाया। इसके बाद क्रिकेट जगत में उन्हें चारों तरफ से शुभकामनाएं मिलने लगीं। साथ ही यह भी चर्चा छिड़ गई कि अब कोहली के जाने के बाद काैन खिलाड़ी टेस्ट की कमान संभालेगा। हालांकि रेस में सबसे आगे रोहित शर्मा और केएल राहुल नजर आ रहे हैं, लेकिन भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने अपनी पसंद का नाम बताया।

इसलिए पंत को माना पहली पसंद
गावस्कर ने यह भी कहा कि विराट कोहली के पद छोड़ने के बाद ऋषभ पंत को भारत का टेस्ट कप्तान बनाया जाना चाहिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कप्तानी संभालने के बाद पंत की बल्लेबाजी में भी बदलाव आएगा। इंडिया टुडे से बात करते हुए, उनसे जब पूछा गया कि कोहली की जगह लेने के लिए अगला कौन खिलाड़ी हो सकता है, तो गावस्कर ने मौजूदा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का नाम सुझाया। गावस्कर ने कहा कि जिस किसी को भी जिम्मेदारी मिलती है, वह तीनों फाॅर्मेट में सबकी पसंद होना चाहिए। पंत ने कभी भी भारतीय टीम की कप्तानी नहीं की। गावस्कर ने कहा, ‘जहां तक चयन समिति का सवाल है, यह काफी बहस का विषय है कि भारतीय क्रिकेट को कौन आगे ले जाना चाहिए। सबसे पहले, यह कोई ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो खेल के सभी प्रारूपों में एक फेवरेट पिक हो। एक बार जब ऐसे खिलाड़ी को चुन लिया तो आगे बढ़ना बहुत आसान होगा।’

दिया रोहित का उदाहरण
गावस्कर ने कहा, ‘मैं भारत के अगले कप्तान के रूप में ऋषभ पंत को देखूंगा। और सिर्फ एक वजह से जैसे रोहित शर्मा को मुंबई इंडियंस की कप्तानी दी गई, उसके बाद उनकी बल्लेबाजी में आए बदलाव को देखिए। अचानक कप्तान होने की जिम्मेदारी का मतलब था कि दवाब आना, लेकिन वह 100, 150, 200 रन बना रहा था। और अगर ऋषभ पंत को जिम्मेदारी की भावना दी गई तो वह भी कई ऐसे स्कोर करेगा जो रोहित ने बनाए।’

ऋषभ पंत ही क्यों?
गावस्कर ने बताया कि टेस्ट क्रिकेट में पंत जैसे युवा कप्तानी का बोझ क्यों संभाल सकते हैं। गावस्कर ने कहा, ‘हां, मैं ऐसा कह रहा हूं। टाइगर पटौदी 21 साल की उम्र में कठिन परिस्थितियों में कप्तान थे। देखिए उन्होंने उसके बाद क्या किया। उन्होंने डक टू वॉटर की तरह कप्तानी की। मुझे लगता है कि हमने ऋषभ के साथ ऐसा देखा है। पंत आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान के रूप में कमाल थे। मुझे विश्वास है कि उनमें भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने और इसे देखने के लिए एक बहुत ही रोमांचक टीम बनाने की क्षमता है।’

वहीं विराट कोहली ने 2014 में भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में पदभार संभाला। कोहली ने भारत को आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 स्थान हासिल करने और 2021 में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के उद्घाटन संस्करण के फाइनल में पहुंचने में मदद की। कोहली के नेतृत्व में, भारत ने कभी भी घर में टेस्ट सीरीज़ नहीं हारी और ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीती। इससे पहले सितंबर में ICC T20 विश्व कप से ठीक पहले उन्होंने कहा था कि वह T20I कप्तानी से हट जाएंगे। बाद में पता चला कि बीसीसीआई ने उन्हें फिर से सोचने के लिए कहा था क्योंकि बोर्ड सीमित ओवरों के क्रिकेट में अलग-अलग कप्तान नहीं चाहता था। कोहली के मन में बदलाव नहीं आने के कारण बीसीसीआई को उन्हें वनडे कप्तानी से बर्खास्त करने के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसी खबरें थीं कि साउथ अफ्रीका में हारने पर बोर्ड उन्हें बर्खास्त कर सकता है। खैर, कोहली ने खुद इस्तीफा देने का विकल्प चुना।

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