Indian Republic News

विधि विशेषज्ञों द्वारा महिलाओं को दी गई अधिकारों की जानकारी

0

- Advertisement -




एस.एम. पटेल
बलरामपुर
नालसा एवं राष्ट्रीय महिला आयोग के तत्वावधान में व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के निर्देशानुसार अखिल भारतीय स्तर पर वर्ष 2021-22 में महिलाओं के अधिकार एवं महिलाओं से संबंधित विधियों पर प्रत्येक जिलों में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। इसी परिप्रेक्ष्य में जिला व सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष सिराजुद्दीन कुरैशी के मार्गदर्शन में महिलाओं के अधिकारों एवं महिलाओं से संबंधित विधियों पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय मांगलिक भवन, रामानुजगंज में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में शाहना सिराजुद्दीन कुरैशी, सोनवानी एवं राखी चन्द्राकर उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी के प्रतिमा पर दीप प्रज्वल्लन व माल्यार्पण कर किया गया। तत्पश्चात् महिलाओं को संबोधित करते हुए शाहना सिराजुद्दीन कुरैशी ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के साथ अपनी जिम्मेदारियों को भी समझना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अपराध की शुरूआत घर से ही होती है, इसलिये अपने घर के माहौल को समझे एवं कभी भी अपने बच्चों को पड़ोसियों के भरोसे छोड़ कहीं ना जायें तथा बच्चों कि प्रारंभिक शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। बच्चों के लिए प्रथम गुरु उनकी मां होती है, इस नजरिये से माताओं का यह कर्तव्य है कि वे अपने बच्चों को ऐसी शिक्षा दें कि वे समाज के विकास में अपना योगदान दें सके। श्रीमती सोनवानी ने कहा कि समाज की सबसे छोटी ईकाई परिवार है उसे बांध के रखिये, बच्चों को अच्छी शिक्षा दीजिए
महिलाओं का शिक्षित होना जरूरी है ताकि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दी जा सके। अपने बच्चो के साथ तालमेल बनाये और घर में अच्छा माहौल दें, तभी बच्चे मानवीय मूल्यों को समझ पायेंगे और एक अच्छे समाज का निर्माण होगा। आज के दौर में महिलाओं ने सभी क्षेत्रों में खुद को साबित किया है व पुरूषों के साथ कदम से कदम मिलाकर समाज के विकास में अपना योगदान दे रही है। इस अवसर पर राखी चन्द्राकार ने कहा कि महिलाएं देश व समाज के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है, बस जरूरत है कि जो महिलाएं विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय एवं सुदूर गांव में निवासरत हैं, उन्हें शासन की योजनाओं से लाभान्वित कर मुख्य धारा से जोड़ा जाए। उद्बोधन के अंतिम क्रम में विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेशमा बैरागी के द्वारा विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाएं, नालसा हेल्प लाइन नंबर 15100 तथा घरेलू हिंसा के बारे में विस्तार पूर्वक दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग जे. आर. प्रधान के द्वारा प्रधानमंत्री मातृत्व योजना, कुपोषण से निवारण हेतु आंगनबाड़ी के माध्यम से मिलने पूरक पोषण आहार तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में आसपास की लगभग 250 महिलाएं उपस्थित थे, जिनके सवालों का जवाब दिया गया एवं उनके समस्याओं के समाधान हेतु महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये।
इस अवसर पर रिसोर्स पर्सन अधिवक्ता अविनाश गुप्ता, राकेश पाण्डेय, केन्द्र प्रशासक सखी वन स्टॉप मंजू जायसवाल, संरक्षण अधिकारी सुमित्रा, परामर्शदात्री अंकिता गुप्ता, केस वर्कर सुश्री संजू यादव, सुपरवाईजर,
आंगनबाडी कार्यकर्ता, सखी वन स्टॉप सेंटर के समस्त कर्मचारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारी एवं पी.एल.व्ही. उपस्थित थे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.