राजेश अग्रवाल ने कहा-पूर्व विधायक व मंत्री ने एक घर को बचाने के लिए लखनपुर में फोरलेन सड़क नहीं बनने दिया..
IRN.24-(गणतंत्र भारत की स्वतंत्र आवाज़)
अंबिकापुर/ छत्तीसगढ़ विधानसभा में हुए प्रश्न पर टिप्पणी करते हुए अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल नेे कहा है कि पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री, अर्थात टीएस सिंहदेव ने एक घर को बचाने के लिए लखनपुर में फोरलेन सड़क नहीं बनने दिया। इनकी बातों में कितनी सच्चाई है, ये तो वे ही जानें लेकिन सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम भारत सरकार के मंत्री नितिन गडकरी के पत्र का अवलोकन करने पर स्पष्ट होता है कि लखनपुर में प्रस्तावित फोरलेन मार्ग बनाने से कई सारे मकान टूटने की स्थिति आ रही है। उन्होंने पत्र में आगे टीएस सिंहदेव तत्कालीन मंत्री छत्तीसगढ़ शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी, वाणिज्यिक कर को संबोधित करते हुए उल्लेख किया है कि आपके निवेदन और जनहित को ध्यान में रखते हुए मैंने लखनपुर शहर में 4-लेन मार्ग के स्थान पर लखनपुर क्षेत्र में निर्धारित आरओडब्ल्यू के अंतर्गत 2-लेन मार्ग का निर्माण करने का निर्देश जारी कर दिया है। बता दें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह पत्र 01 जून 2020 को छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री टीएस सिंहदेव के द्वारा 20 जून 2020 को प्रेषित किए गए पत्र के संदर्भ का उल्लेख करते हुए लिखा है। टीएस सिंहदेव ने राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 130 में चल रहे कार्य में लखनपुर क्षेत्र में प्रस्तावित 4-लेन मार्ग की जगह 2-लेन मार्ग का निर्माण कराने का प्रस्ताव भेजा था। संदर्भित पत्र को गंभीरता से लेते हुए नितिन गडकरी ने इसकी जांच कराई थी, जिसमें फोर लेन सड़क बनाने से कई पक्के मकान टूटने की स्थिति बन रही थी। भाजपा के ही राष्ट्रीय नेता नितिन गडकरी के द्वारा एक जून 2020 को तत्कालीन अंबिकापुर विधायक व मंत्री को लिखे गए पत्र को पढ़ने के बाद प्रतीत होता है कि अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल ने सदन में अपने ही राष्ट्रीय नेता के द्वारा कराई गई जांच को झुठलाते हुए उन्हें सवालों के घेरे में ला दिया है।
विधानसभा में झूठा वक्तव्य दिया विधायक ने-आदित्येश्वर
जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने अंबिकापुर के नव निर्वाचित विधायक राजेश अग्रवाल द्वारा छत्तीसगढ़ विधानसभा में पूछे गए पहले प्रश्न पर टिप्पणी के परिप्रेक्ष्य में कहा है कि पहला प्रश्न पूछते हुए अति उत्साह में विधायक राजेश अग्रवाल ने गंभीर त्रुटि की और झूठा वक्तव्य सदन में दिया है। विधायक ने कहा कि अंबिकापुर के पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री ने एक घर को बचाने के लिए लखनपुर में फोर लेन सड़क नहीं बनने दिया। नवनिर्वाचित विधायक राजेश अग्रवाल को वे अवगत कराना चाहेंगे कि फोर लेन रोड के निर्माण में 30 से अधिक घर और दुकानों को तोड़ा जाना था। वहीं फोर लेन रोड बनने से भारी वाहन लगातार शहर के बीच से चलते और सड़क दुर्घटना होने की संभावना भी लगातार बनी रहती, इस कारण बाइपास का प्रस्ताव लखनपुर नगरवासियों की सहमति से दिया गया। एनएच के अधिकारियों के अनुमान के अनुसार लखनपुर शहर से फोर लेन सड़क ले जाने हेतु पट्टे की जमीन का अधिग्रहण करना होता, जिसका आर्थिक भार अधिक था और तकनीकी रूप से बाय पास बनाना बेहतर विकल्प है, इसलिए ऐसा किया गया। इन सभी बातों पर गौर करते हुए सभी स्थितियों का विश्लेषण कर ही एनएचआई ने फोर लेन शहर में नहीं बनाने का निर्णय लिया है। आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने नवनिर्वाचित विधायक राजेश अग्रवाल से पूछा है कि क्या यह सड़क आपके दुकान के सामने है, अगर हां तो निर्माण के समय आपका ध्यान इस पर क्यों नहीं गया और भाजपा की केंद्र सरकार से इस पर कोई पहल क्यों नहीं की या यह मुद्दा सिर्फ आपको टिकट मिलने के बाद ही उत्पन्न हुआ।
टीएस सिंहदेव के विजन का यह है परिणाम
जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने कहा कि विधायक राजेश अग्रवाल विधान सभा में विजन की बात करते हैं। किंतु मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि यह टीएस सिंह देव का विजन ही था कि लखनपुर शहर के बीच से तेज ट्रक ना चलें और लखनपुर बाइपास का निर्माण किया जाए। उन्हीं का विजन है जिसके चलते पिछले साल के एनएच के एनुअल प्लान में मनेंद्रगढ़ रोड में स्टेशन तक फोरलेन बनाने, रामानुजगंज रोड में शंकरघाट तक फोर लेन बनाने, लखनपुर बाइपास एवं रामानुजगंज रोड से रायगढ़ रोड तक अंबिकापुर बाइपास के प्रस्ताव भेजे गए थे। जनहित और भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिए गए निर्णय को तुच्छ राजनीति के उद्देश्य से धूमिल करना और विधानसभा में झूठा वक्तव्य देना निंदनीय कार्य है।
विधायक राजेश अग्रवाल से सवाल
क्या सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितीन गड़करी, जिनका हम सब सम्मान करते है इतने ही योग्य हैं कि एक घर को बचाने के लिए उन्होंने लखनपुर के फोर लेन को रोकने का निर्णय ले लिया और स्वयं पत्र लिख कर पूर्व मंत्री टीएस सिंह देव को सूचित भी किया?
क्या एनएचआई केंद्र सरकार के अधीन आता है, अगर हां, तो फिर भाजपा के किसी भी नेता ने इस विषय को निर्माण के समय क्यों नहीं उठाया?
विधायक अपने गृहनगर में मुख्यमार्ग के किनारे रहने वालों का घर उजाड़ना चाहते हैं-राकेश गुप्ता
अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल के द्वारा विधानसभा में दिए गए झूठे बयान को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने सवाल उठाया है कि क्या अपने गृहनगर लखनपुर के मुख्यमार्ग के किनारे रहने वालों का घर वे उजाड़ना चाहते हैं। सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा है कि सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा पूर्व उपमुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र को अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल द्वारा सदन में झूठा और गैरजिम्मेदार मंत्री बताने जैसा नहीं हैं। अंबिकापुर विधायक कल्पना की दुनिया से गढ़े गए एक कपोल कल्पित झूठ को सदन जैसे जवाबदेह स्थान पर उठा रहे हैं, इसके लिये उन्हें माफी मांगनी चाहिए। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने लखनपुर बस्ती में सड़क की चौडाई के लिए जो भी कदम उठाया वो लखनपुर की आमजनता के भलाई के लिए था। वो लखनपुर के मुख्यमार्ग को खंडहर में बदलने से रोकने के लिए था। अगर लखनपुर मुख्यमार्ग की चौड़ाई को कम किया गया तो इसी लखनपुर के लिए बाइपास मार्ग को भी प्राप्त किया गया। विधायक को सदन में झूठ बोलने में उर्जा लगाने के बजाय टीएस सिंहदेव के प्रयास से लखनपुर के लिए स्वीकृत बाइपास मार्ग के शीघ्र निर्माण में उर्जा लगानी चाहिए, साथ ही विधानसभा में बोले गए झूठ के लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।