रायपुर: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में भारतीय सुरक्षाबलों को निशाना बनाए जाने की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया गया। बुधवार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कडेनार ने चिखपाल गांव के पास दो प्रेशर कुकर आईईडी बम बरामद किए जिन्हें जमीन के अंदर छिपाया गया था। हालांकि इन बमों के विस्फोट होने से पहले ही आईटीबीपी ने आईईडी से लैस प्रेशर कुकर विस्फोटकों को निष्क्रिय कर दिया। इलाके में सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है, आशंका जताई जा रही है कि यह काम नक्सलियों का हो सकता है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में नक्सलियों का आतंक बढ़ता जा रहा है, भारतीय सेना के जवानों को निशाना बनाने और नुकसान पुहंचाने के लिए आए दिन ऐसे नापाक इरादों को अंजाम देने की कोशिश की जाती है। इससे पहले 17 मई को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने फोर्स के ज्वॉइंट कैंप पर फायरिंग कर दी थी, इस दौरान जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की। दोनों तरफ से हुई इस भीषण मुठभेड़ में तीन ग्रामीणों की मौत हो गई थी।
5 लाख रुपए के इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण
वहीं, दो सप्ताह पहले छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के 8 ग्रामीणों की हत्या का आरोपी नक्सली डिप्टी कमांडर दरबारी ने पुलिस के सामने अपनी पत्नी के साथ आत्मसमर्पण कर दिया था। पति-पत्नी बाहरी नक्सलियों से प्रताड़ित थे। आत्मसमर्पण का प्रमुख कारण बताया जा रहा है कि बाहरी नक्सली स्थानीय नक्सलियों पर गांव वालों की हत्या के लिए दबाव बनाते थे, जिसके चलते नक्सली डिप्टी कमांडर दरबारी काफी क्षुब्ध था और इसी कारण से उसने अपनी पत्नी के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। कोमरापारा सिरसांगी थाना ताड़ोकी किसकोड़ो एलओएस डिप्टी कमांडर जयसिंग कोमरा उर्फ दरबारी और उसकी पत्नी प्लाटून नंबर 17 सदस्य सम्मी उर्फ सन्नी इरपा निवासी बल्लमनेंड्रा थाना बासागुड़ा जिला बीजापुर ने आत्मसमपर्ण किया।