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धान उपार्जन के संबंध में कलेक्ट्रेट में हुई जिला स्तरीय बैठक

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उपार्जन केन्द्रों मे सतत् निगरानी हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त करने के दिए निर्देश

सूरजपुर-मोहिबुल हसन…. कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के निर्देशन पर आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला पंचायत सीईओ श्री राहुल देव के अगुवाई में धान उपार्जन के संबंध में बैठक आहुत की गई। जिसमें संवेदनशील केन्द्र की निगरानी धान उपार्जन हेतु राज्य में सीमावर्ती जिलों के खरीदी केन्द्रों को संवेदनशील केन्द्र एवं विगत वर्ष में प्रतिशत से अधिक सूखत वाले व गतवर्ष में तुलनात्मक रूप से अधिक खरीदी करने वाले उपार्जन केन्द्रों की विशेष रूप से निगरानी रखने के निर्देश दिए।
प्रत्येक उपार्जन केन्द्रों के लिए पृथक से शासकीय सेवक को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये जो सतत् रूप से धान के आवक-जावक पर निगरानी रखेंगे। नोडल अधिकारी द्वारा प्रत्येक शनिवार को धान एवं बारदाना के अंतिम स्टॉक का सत्यापन करने तथा स्टॉक पंजी, ऑनलाईन रिकार्ड से मिलान करने, केन्द्रों में खरीदे गये धान की एवं भण्डारित बारदानों की व्यवस्थित स्टेकिंग, संधारण सुनिश्चित करने कहा। ताकि इनका भौतिक सत्यापन सुविधाजनक रूप से किया जा सके। बारदाना व धान का स्टॉक का मिलान न होने पर समिति एवं सर्वसंबंधितों के विरूद्ध नियमानुसार जांच कर कार्यवाही किया जा सके।

उन्होने किसानों को टोकन नोडल अधिकारी की निगरानी में जारी किया जाये। सभी केन्द्रों में सूर्यास्त के पश्चात् धान का आवक, जावक पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा तथा सूर्यास्त के पूर्व ही उपार्जित धान की सीलाई व स्टेकिंग आदि कार्य पूर्ण करने कहा। उपार्जित धान की खरीदी दिवस में ही भराई व सिलाई एवं बोरों की स्टेकिंग होना सुनिश्चित हो। सभी केन्द्रों में धान लेकर आने वाले वाहनों के प्रकार, नंबर आदि का किसानवार विवरण पृथक पंजी में संधारित किया जाये व आवश्यकतानुसार इनका सत्यापन किया जा सकें। सभी उपार्जन केन्द्रों में ग्रीष्मकालीन धान एवं पुराने धान के बिक्री के प्रयासों की समुचित जांच, निगरानी व रोकथाम करने कहा। राज्य के सीमावर्ती उपार्जन केन्द्रों में अंतर्राज्यीय धान परिवहन की विशेष निगरानी एवं रोकथाम के लिए साथ ही राज्य की सीमा से आयात होने वाले धान के संबंध में शासन द्वारा पूर्व प्रसारित निर्देशों के अनुसार कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। स्थानीय कोचियों को चिन्हांकित कर नियमित जांच करने एवं निर्धारित मात्रा से अधिक धान पाये जाने पर नियमानुसार कार्यवाही करने की निर्देश दिये।
खरीफ वर्ष 2021-22 में धान उपार्जन हेतु नये जूट बारदानों के साथ-साथ गतवर्ष की भांति मिलर के पुराने बारदाने, पीडीएस बारदाने एवं एच.डी.पी.ई. बारदानों का उपयोग धान खरीदी हेतु किया जाये। जिला स्तर पर मिलर के पुराने बारदाने एवं पीडीएस बारदानों के संकलन, सत्यापन हेतु जिलेवार लक्ष्य अनुसार शत-प्रतिशत बारदानों का संकलन, सत्यापन सुनिश्चित किया जाये जिससे धान खरीदी प्रभावित न हो। खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में प्रारंभ से ही धान उपार्जन हेतु 25-30 प्रतिशत किसान बारदानों का उपयोग धान खरीदी करने की व धान उपार्जन केन्द्रों में गतवर्ष की धान खरीदी के आधार पर प्रतिदिवस लगने वाले बारदानों का आंकलन कर उपार्जन हेतु बारदानों की समितिवार उपलब्धता सुनिश्चित करने कहा।

धान उपार्जन से संबंधित समस्त निविदा खोलने की कार्यवाही पूर्ण कर दर स्वीकृति हेतु प्रस्ताव विपणन संघ मुख्यालय को अविलंब रूप से भेजा जाये जिससे धान खरीदी प्रभावित न हो। उपार्जन केंद्रो तथा संग्रहण केंद्रों में धान खरीदी प्रारम्भ होने के पूर्व निर्धारित चेक लिस्ट अनुसार समस्त तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दियें। उपार्जन केंद्र स्तर पर निगरानी समितियों का गठन कर उपार्जन प्रारम्भ होने के पूर्व कृषकों के साथ बैठक आयोजित कर तैयारियों की समीक्षा करने के निर्देश दिये।
इस दौरान बैठक में संयुक्त कलेक्टर शिव बनर्जी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पी. एस. महिलाने डिप्टी कलेक्टर उत्तम रजक, बजरंग वर्मा, समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, समस्त तहसीलदार, खाद्य अधिकारी, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम, जिला विपणन अधिकारी, नोडल अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं एवं समस्त अधिकारी-कर्मचारी बैठक में उपस्थित रहे।

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