कोरोना का डर बढ़ा:WHO बोला- यूरोप में बीते सप्ताह 10% की दर से बढ़ा संक्रमण; तीसरी लहर के डर से फ्रांस में पेरिस समेत 16 शहरों में लॉकडाउन
फ्रांस ने कोरोना की तीसरी लहर के डर से राजधानी पेरिस समेत 16 क्षेत्रों में एक महीने के लिए लॉकडाउन लगा दिया है। शुक्रवार रात से यह प्रभावी हुआ। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, यूरोप में बीते सप्ताह 10 फीसदी की दर से संक्रमण बढ़ा है।
शुक्रवार को फ्रांस में बीते 24 घंटे में 34,998 नए मरीज मिले। पेरिस में लगभग सभी आईसीयू में बेड फुल हो गए हैं। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवर वेरन ने कहा कि पेरिस में लगभग 1200 लोग आईसीयू में भर्ती हैं। यह संख्या नवंबर में आई कोरोना की तीसरी लहर से भी अधिक है।
हालांकि, फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कैस्टेक्स ने कहा कि ये लॉकडाउन पहले के लॉकडाउन की तरह सख्त पाबंदियों वाला नहीं होगा। इस बार लोग टहलने के लिए घरों से बाहर निकल सकेंगे। लेकिन उनको अपने घर से 10 किमी के दायरे में ही रहना होगा।
इटली में बीते सोमवार से ही लगभग नेशनल लॉकडाउन है। स्पेन ने ईस्टर त्योहार के लिए छूट देने से मना कर दिया। जर्मनी में भी ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक लॉकडाउन है। यूरोप में शुक्रवार को बीते 24 घंटे में 2 लाख से ज्यादा नए संक्रमित पाए गए, जिससे हालात बिगड़ रहे हैं।
यूरोप: दूसरी लहर के दौरान जल्दी छूट देना घातक हुआ
विशेषज्ञों के मुताबिक यूरोप ने कोरोना की तीसरी लहर को रोकने का मौका खो दिया। अब यह बेकाबू हो गया है। फ्रांस की महामारी विशेषज्ञ कैथरिन हिल कहती हैं- नवंबर में आई दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई थी और हमने लॉकडाउन में छूट दे दी।
लोग क्रिसमस की खरीदारी के लिए बाहर निकलने लगे। दूसरी तरफ वायरस के ब्रिटेन वाले वैरिएंट ने आग में घी का काम किया। डब्ल्यूएचओ के यूरोप के सीनियर इमरजेंसी ऑफिसर कैथरिन स्मॉलवुड कहते हैं कि दो महीने पहले जब वायरस का यूके वैरिएंट पूरे यूरोप में फैल गया था, हमने तभी चेतावनी दी थी। अगर यह ब्रिटेन वाला वायरस एक बार हावी हो गया तो हालात बेकाबू हो जाएंगे। विशेषज्ञों का कहना है अब यही हालात फिर से अमेरिका में भी बन रहे हैं।
पिछले 24 घंटे में 2 लाख से ज्यादा नए केस
- यूरोप में शुक्रवार को पिछले 24 घंटे में 2 लाख से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं।
- डब्ल्यूएचओ के मुताबिक यूरोप में पिछले सप्ताह 10 फीसदी की दर से संक्रमण बढ़ा।
- जर्मनी, स्पेन, इटली सहित कई देशों ने आगामी ईस्टर को लेकर कई प्रतिबंध लगाए।