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इस ग्राम पंचायत में दम तोड़ रही है सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना

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जिला मुख्यालय से महज 14 किलोमीटर दूरी पर स्थित इस गांव में सड़क तक नहीं ग्राम सचिव पर आर्थिक अनियमितता सहित कई गंभीर आरोप

सूरजपुर, डॉ प्रताप नारायण: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना जहां एक ओर देश तक ही नहीं बल्कि विदेशों तक में एक नए रोल मॉडल के रूप में देखी जा रही है। इस मॉडल को राजपथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस की परेड में भी चयनित किया गया है और वास्तव में गोधन न्याय योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकती है। किंतु तब जब प्रदेश सरकार ऐसे भ्रष्ट ग्राम सचिव पर कार्यवाही कर उन पर अपराध पंजीबद्ध कराए तब शायद इस जबरदस्त महत्वाकांक्षी योजना को वास्तविक धरातल पर क्रियान्वित किया जा सके। तो आइए हम बताते हैं कि सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत चोपन, के साथ-साथ ग्राम पंचायत रग दा में ग्राम सचिव नसीम अंसारी का भ्रष्टाचार किस कदर हावी है:-
गोठान में एक भी मवेशी नहीं गोबर खरीदी भी नहीं होती- ग्राम पंचायत चोपन तथा रगदा का संयुक्त रुप से एक ही गोठान बना है जहां हम पहुंचे वहांं का नजारा देखकर प्रदेश केे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की गोधन न्याय योजना दम तोड़ती नजर आई प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जिस उद्देश्य से इस योजना को ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के साथ-साथ महिलााओं तथा गांव के बेरोजगार युवाओं के लिए उनकेेे सामाजिक स्तर ऊंचा उठाने के लिए प्रारंभ कीी है उस पर कहींं ना कही ग्राम पंचायत सचिव बेखौफ पलीता लगाने से नहीं चूक रहा है। इस गोठान पर मौजूद ग्रामीणोंं ने बताया कि इस गौठान में हमेशा ताला लगा रहता है प्रत्यक्ष तौर पर हमने भी देखाा कि इस गौठान में ताला लगााा हुआ है एक भी मवेशी नजर नहीं आ रहा वर्मी कंपोस्टट और साग सब्जिया तो दूर ग्रामीणों नेे बताया पिछलेेे 1 वर्ष से गोबर की खरीदी तक नहीं की जा रही है। जिससे अंदाजा लगाया जााा सकता है कि जिसे जिम्मेदारी दी गई है अर्थात पंचायत सचिव उसनेेे भ्रष्टाचार की हदों को कितना पार कर लिया है।

गांव में सड़क तक नहींः इस ग्राम पंचायत में ठीक ढंंग से सीसी रोड या डब्ल्यूबीएम तक नहीं बारििश के ग्रामीण कृषि कार्य हेतुु भी घर सेेे सुरक्षित नहीं निकल पाते सड़कें कीचड़ और गड्ढों में तब्दील है। सबसे बड़ा आश्चर्य तो यह है कि इस ग्राम पंचायत से जिला मुख्यालय सूरजपुर की दूरी महज 14 किलोमीटर है इसके बावजूद यहां पदस्थ सचिव भ्रष्टाचार की अनूठी मिसाल पेश कर रहा है ।
ऐसे भ्रष्ट सचिव को 3 ग्राम पंचायतों का प्रभार ः ऐसा ग्राम पंचायत सचिव जिसने मुख्यमंत्री की सबसे महत्वाकांक्षी योजना का दम तोड़ दिया है उस पर भैयाथान ब्लॉक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इतने कायल हैं, कि उसे दो अन्य ग्राम पंचायतों का प्रभार भी शासकीय योजनाओं को लूटने केे लिए सौंप दिए हैं।

आंगनबाड़ी भवन तथा शौचालय की स्थिति भी दयनीय : मासूम बच्चों केे लिए बनाए गए आंगनबाड़ी भवन की स्थिति भी जर्जर हो चुकी है अभी तक भवन पूर्ण नहीं हुआ ग्रामीणों नेे बताया आंगनबाड़ी भवन भले ही पूर्ण नहीं हुआ है किंतु इसकी लागत राशि का आहरण सचिव के माध्यम सेेे हो चुका है। इतना ही नहीं इस गांव में स्वच्छ भारत मिशन तथा अन्य योजनाओं के तहत निर्मित शौचालयों की स्थिति भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है । आवश्यकता है ऐसेे भ्रष्ट सचिव के काले कारनामों की त्वरित जांच कर कड़ी सेे कड़ी कार्यवाही करने की।
इस सचिव के भ्रष्ट कारगुजारीओ की फेहरिस्त इतनी लंबी है कि हम अगले अंक में बता पाएंगे।।।
क्रमशः जारी…..

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