रायपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत छत्तीसगढ़ प्रवास पर हैं। इस दौरान उन्होंने रायपुर के निकट चंदखुरी में स्थित माता कौशल्या के मंदिर में जाकर दर्शन पूजा अर्चना की। यह पहली दफा है कि जब संघ या भाजपा के किसी बड़े नेता ने कौशल्या माता के मंदिर में जाकर पूजन किया हो। मोहन भागवत का कौशल्याधाम जाने की पीछे की वजह भी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल छत्तीसगढ़ से सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी ने संघ प्रमुख को कौशल्या माता के धाम जाने के लिए आमंत्रित किया था।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आरएसएस का राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन तीन दिनों तक चला। इस दौरान सरसंघचालाक मोहन भागवत के रायपुर प्रवास पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने बीते दिनों अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि भागवत को चंदखुरी में कौशल्या माता के मंदिर और गौठानों का निरीक्षण करना चाहिए,जिसके लिए वह उन्हें आमंत्रित करते हैं। अगले ही दिन आरएसएस की एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जब पत्रकारों ने संघ के पदाधिकारियों से इस संबंध में सवाल पूछा,तो आरएसएस नेता मनमोहन वैद्य ने जवाब दिया था कि संघ को कांग्रेस या मुख्यमंत्री की तरफ से लिखित में कोई आमंत्रण नहीं मिला है।
मीडिया में खबरे आने के बाद रायपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष गिरीश दुबे ने आरएसएस के पदाधिकारियों से मुलाकात करके उन्हें पार्टी की तरफ से कौशल्या धाम दर्शन के लिए लिखित में निमंत्रण पत्र दिया। जिसके बाद मंगलवार दोपहर को सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत माता कौशल्या के मंदिर पहुंचे और देवी दर्शन का लाभ लेने के साथ मंदिर में विधि-विधान से माता कौशल्या और भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना की।
मोहन भागवत के चदखुरी मंदिर में दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्विट किया कि हमने मोहन भागवत जी को माता कौशल्या मंदिर दर्शन के लिए आमंत्रित किया था। मुझे विश्वास है कि वहां पहुंचकर उन्हें शांति की अनुभूति हुई होगी। मंदिर का नया स्वरूप, मां कौशल्या की ममता, भांचा राम की शक्ति का उन्हें एहसास हुआ हो।