PWD: मैनुअल टेंडर पद्धति में जम कर हो रहा भ्रष्टाचार, कार्यालय कर्मचारी मैनेज करवा रहे टेंडर, कलेक्टर से हुई शिकायत
न्यूज डेस्क,बलौदा बाजार: लोक निर्माण विभाग छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार द्वारा 20 लाख रुपए तक के टेंडर मैनुअल पद्धति से भरे जाने का नियम लागू किया गया है। जिसका फायदा ठेकेदार व लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी पूरी तरीके से उठा रहे हैं। भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुके लोक निर्माण विभाग में टेंडर प्रक्रिया में भारी धांधली की जा रही है। कार्यालय के कर्मचारी ठेकेदारों से सांठगांठ कर अपने चहेते ठेकेदारों को टेंडर बांट रहे हैं या फिर यूं कहें कि टेंडर की दलाली कर रहे हैं। विभागीय कर्मचारी तनख्वाह तो सरकार से लेते हैं परंतु नौकरी ठेकेदारों की कर रहे हैं।
ठेकेदारों के चरण चाटन से इन्हें तनख्वाह के ऊपर की मोटी मलाई खाने का मौका मिल रहा है जिससे एक छोटी तनख्वाह पाने वाला क्लर्क भी करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन रहा है।
ऐसा ही एक टेंडर क्रमांक T0147 व T 0148 जिसकी राशि 19 लाख रूपए थी, कुछ दिनों पहले बलोदा बाजार में जारी किया गया । जिसमें बाकी ठेकेदारों की अनुपस्थिति में टेंडर ओपन कर चहेते फर्म को काम दे दिया गया। जिसकी शिकायत कलेक्टर बलोदा बाजार से की गई है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लोक निर्माण विभाग कार्यालय बलौदाबाजार में सुरेंद्र वर्मा नाम का क्लर्क पदस्थ है जो लगातार मैनुअल टेंडर में सांठगांठ कर जम कर अवैध कमाई कर रहा है। जिससे सभी ठेकेदार परेशान हैं और उच्चाधिकरियों से इसकी संयुक्त रूप से शिकायत करने की योजना बना रहे हैं।
अब देखने वाली बात यह होगी कि भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुके लोक निर्माण विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों पर अंकुश लगता है या फिर सभी उच्च अधिकारी मौन सहमति देकर अवैध कमाई में अपना हिस्सा लेकर शांत हो जाते हैं।