यूपी। शाजापुर में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान 80 साल का दलित बुजुर्ग डिप्टी कलेक्टर के पैरों पर गिर पड़ा। उसकी करोड़ों की जमीन पर दबंगों ने सालों से कब्जा कर रखा है। उसने हाथ जोड़कर अधिकारी से जमीन का कब्जा वापस दिलाने के लिए विनती की। अपनी व्यथा सुनाते हुए वह फूट-फूट कर रो भी पड़ा। उसने कहा- जमीन दिलवा दो, आप ही जिले के मालिक हैं। डिप्टी कलेक्टर ने बुजुर्ग को ऐसा नहीं करने का कहते हुए कुर्सी पर बैठने को कहा। बुजुर्ग को इस प्रकार से विनती करते देख वहां मौजूद लोग भावुक हो गए।
बुजुर्ग बद्रीलाल जनसुनवाई में अपनी पत्नी, बहू और पोतों के साथ आए थे। यहां पर डिप्टी कलेक्टर अजीत श्रीवास्तव लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे। जैसे ही बद्रीलाल की बारी आई, वह उनके पैरों पर गिर पड़ा। रोते हुए बोला- मैं परेशान हो गया हूं, मेरी जमीन दिला दो साहब। बुजुर्ग ने कहा कि आप मेरे जिले के मालिक हो, आप जिले के भगवान हो। बुजुर्ग कई सालों से जनसुनवाई में गुहार लगाता आ रहा है, हालांकि उसकी सुनवाई नहीं हुई। वह कलेक्टर कार्यालय में धरने पर भी बैठ चुका है।
शाजापुर के दलित किसान बद्रीलाल की 2 बीघा जमीन कृषि उपज मंडी के पास स्थित है। इस भूमि का सर्वे क्रमांक 133 एवं रकबा 0.41 हेक्टेयर है। इस भूमि में से डेढ़ बीघा जमीन पर 2002 में चार फर्जी रजिस्ट्री के माध्यम से कब्जा कर लिया गया था। उसके बाद बद्रीलाल ने जिला प्रशासन के सामने गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सुनवाई नहीं होने पर बद्रीलाल ने सिविल न्यायालय शाजापुर में वाद दायर किया और सिविल न्यायालय ने चारों रजिस्ट्री को शून्य घोषित कर दिया। लेकिन इसके बाद भी आज तक बद्रीलाल को अपनी जमीन पर कब्जा नहीं मिल सका है।