रायगढ़। तहसीलदार सुनील अग्रवाल के निवास गेरवानी में स्थित हार्डवेयर की दुकान में छापा मारा गया है और यह छापा कृषि विभाग ने मारा है। जिसे यह जानकारी मिली थी कि इस दुकान पर भ्रष्टाचार करने के लिए खाद और बीज का अवैध रूप से भंडारण किया गया है। आसपास के लोगों की लगातार मिल रही शिकायत के बाद रायगढ़ कृषि विभाग की टीम ने उक्त कार्रवाई की है।
तहसीलदार की दुकान है इसलिए नहीं तोड़ पाए ताला
जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक जब कृष विभाग की टीम कथित भ्रष्टाचार के अड्डे पर पहुंची तो टीम को बताया गया कि ये दुकान तहसीलदार सुनील कुमार की है, जिसका संचालन उनके भाई अशोक कुमार अग्रवाल करते हैं। वहां मौजूद लोगों ने एवं अशोक अग्रवाल ने बताया कि जिस दुकान में ताला बंद है वह दुकान उन्होंने किसी और को किराए पर दे दी है इसलिए उसमें उनका कोई हस्तक्षेप नहीं है जब किराएदार आएगा तब वह दुकान खुलवा कर उसका निरीक्षण कर लेंगे।
दुकान को सील करके बैरंग लौटी विभाग की टीम
कृषि विभाग की यह टीम तहसीलदार के प्रभाव को जानकर बैरंग लौट आई । वरना यदि उक्त दुकान तहसीलदार की नहीं होती तो पुलिस को बुलवाकर ताला तोड़ते हुए वहां पंचनामा बनाया जाता और भ्रष्टाचार की दुकान पर कार्यवाही की जा सकती थी, लेकिन एक बार यह फिर से साबित हो गया कि भ्रष्टाचार को मिटाना इतना आसान भी नहीं है। अब यह देखने वाली बात होगी कृषि विभाग की जिस टीम ने वहां सील लगाया है उन पर कोई आज तो नहीं आती या आज आने से पहले जांच तो नहीं बदल जाती।