कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, 38 को सजा-ए-मौत और 21 को उम्रकैद की सजा, 14 साल बाद मिला न्याय, पढ़िए पूरी खबर
शुक्रवार को विशेष न्यायालय ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 38 लोगों को फांसी की सजा सुनाई है और 11 लोगों को उम्रकैद की भी सजा दी गई है। मामला गुजरात के अहमदाबाद के है जहां साल 2008 में सीरियल बम धमाका हुआ था।
इस मामले में ही आज दोषियों को सजा सुनाई गई है। विशेष न्यायाधीश एआर पटेल की अदालत ने 49 अभियुक्तों में से 38 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई है. इन 38 दोषियों को IPC 302, UAPA के तहत फांसी दी गई. बाकी 11 दोषियों को उम्र कैद हुई है। ये फैसला एक रिकॉर्ड है क्योंकि अभी तक एक साथ इतने लोगों को कभी फांसी की सजा नहीं सुनाई गई है। हालांकि 28 लोगों को कोर्ट ने बरी भी किया है।
अहमदाबाद में 26 जुलाई 2008 को हुए सिलसिलेवार बम धमाके में, 70 मिनट के भीतर 56 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक घायल हो गए थे। अदालत में 13 साल से भी ज्यादा समय तक मामला चलने के बाद, गत सप्ताह 49 लोगों को दोषी ठहराया गया और 28 अन्य को बरी कर दिया गया था। सोमवार को अभियोजन पक्ष ने दलीलें खत्म की थीं और अभियुक्तों को अधिकतम सजा देने का अनुरोध किया था।
अदालत ने 77 अभियुक्तों के खिलाफ पिछले साल सितंबर में मुकदमे की कार्यवाही खत्म की थी। विचाराधीन 78 आरोपियों में से एक सरकारी गवाह बन गया था। पुलिस का दावा है कि उक्त आरोपी आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े हैं। आरोप था कि इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादियों ने 2002 में हुए गोधरा दंगे का प्रतिशोध लेने के लिए बम धमाके की साजिश रची थी।