रायपुर । छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के सीएम का फार्मूले पर विवाद भले ही थम गया हो ,लेकिन टी एस सिंहदेव और भूपेश बघेल के बीच पनपी दूरियां अब तक कम नहीं हुई हैं। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी कल छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे,वह रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की शुरुआत करने पहुंचने वाले है, उनके स्वागत को लेकर जगह-जगह कांग्रेस नेताओ की तस्वीरों के साथ पोस्टर लगाए गए हैं, वही साइंस कॉलेज पहुंच मार्ग में टी एस सिंहदेव की तस्वीर लगे पोस्टरों को रायपुर नगर निगम कर्मचारियों ने हटा दिया है। नगर निगम अमले की तरफ से सिंहदेव के पोस्टर निकाले जाने का मामला अब तूल पकड़ रहा है, क्योंकि रायपुर शहर के महापौर एजाज ढेबर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खेमे के ताकतवर नेता माने जाते हैं।
बीते कुछ दिनों से यह माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में टी एस बाबा के नाम से लोकप्रिय सूबे के स्वास्थ्य मंत्री और सीएम भूपेश बघेल के बीच कुर्सी को लेकर विवाद खत्म हो चुका है ,लेकिन राहुल गाँधी का दौरा तय होते ही एक बार फिर मुद्दा गरमा गया है। अचानक ही सिंहदेव पर सरगुजा में जमीन फर्जीवाड़े के आरोप सामने आये ,जिसे सिंहदेव ने राहुल गांधी के सामने उनकी छवि बिगाड़ने का षड्यंत्र बताया और अब उनके स्वागत पोस्टर को निकाले जाने की घटना ने यह सार्वजनिक कर दिया है कि कांग्रेस सरकार में अब भी सबकुछ उतना ठीक नहीं चल है, जितना पेश किया जा रहा है।
कांग्रेस से जुड़े कुछ सूत्र बताते है कि सिंहदेव अब भी राहुल गांधी की गुड लिस्ट में बने हुए हैं और वह उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजे आने के बाद राष्ट्रीय राजनीति में बघेल की लोकप्रियता और उपयोगिता को लेकर वह फैसला करेंगे।सिंहदेव खेमा राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ प्रवास को एक अवसर के तौर पर देख रहा है। इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि कल जब राहुल गांधी के साथ सीएम भूपेश और मंत्री सिंहदेव एक मंच पर हों तो सभा में शक्तिप्रदर्शन की स्थिति निर्मित हो जाये ।
भाजपा ने लपका मुद्दा
रमन सरकार में मंत्री रहे भाजपा के दिग्गज नेता राजेश मूणत ने रायपुर नगर निगम तरफ से सिंहदेव के पोस्टर निकाले जाने का वीडियो ट्वीटर पर शेयर करते हुए लिखा है कि बाबा कहे थे टीम का खिलाड़ी हूं,.जहां कहेंगे बैटिंग और बॉलिंग कर लेंगे ,बाबा अब क्या करेंगे और क्या कहेंगे ? बतौर खिलाड़ी जरूर उतरे थे लेकिन बैटिंग और बॉलिंग दोनों हाथ से छिन गया है ,2023 छत्तीसगढ़ विधानसभा कप बाकी है ,ट्रॉफी हाथ से निकलने का डर कांग्रेसियों के लिए नींद उड़ाने वाली है।