रायपुर। छत्तीसगढ़ के निलंबित IPS जी पी सिंह को शुक्रवार शाम विशेष कोर्ट में पेश किया गया। विशेष अदालत ने मामले में सुनवाई करते हुए जी पी सिंह की पुलिस रिमांड 18 जनवरी तक बढ़ा दी है। कोर्ट से बाहर निकले जी पी सिंह ने छत्तीसगढ़ की सियासत को गरमा देने वाला बयान दिया है।
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जी पी सिंह ने कहा कि मुझे राजनीतिक रूप से फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने भूपेश सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने नागरिक आपूर्ति निगम यानि नान घोटाले मे छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और उनकी पत्नी वीणा सिंह को फंसाने से मना कर दिया था इसलिए मुझे फंसाया जा रहा है। निलंबित IPS जीपी सिंह ने कहा कि मैने हर बिंदु का जवाब दिया है। आप जानते हैं कि मैं बार बार बता रहा हूं कि यह पॉलिटिकल विक्टिमाइजेशन है।
निलंबित आईपीएस जीपी सिंह 2019 में छत्तीसगढ़ एंटी करप्शन ब्यूरो के चीफ भी रह चुके हैं। सिंह पर आरोप है कि एंटी करप्शन चीफ रहते हुए छापेमारी का डर दिखाकर कई लोगों से बड़े पैमाने पर वसूली की थी। एसीबी और ईओडब्ल्यू की शिकायत पर जीपी सिंह पर भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए (देशद्रोह) और 153 ए (हेट स्पीच) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
छापेमारी में उनके ठिकानों से कई ऐसे दस्तावेज मिले थे, जिसमें उनपर हेट स्पीच और सरकार के विरुद्ध साजिश रचने का आरोप लगता है। गौरतलब है कि बीते साल जुलाई के पहले सप्ताह में जीपी सिंह के रायपुर स्थित बंगले के अलावा कई अन्य ठिकानों पर एसीबी ने छापेमारी की थी। छापे मे कई दस्तावेज, लेपटॉप और पेन ड्राइव जप्त करने के साथ करीब 10 करोड़ से अधिक की संपत्तियों का पता लगा था।