रायपुर। छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा को मुस्लिम समाज की महिलाओं के बुरके पर आपत्ति है। राज्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात कर भाजपा नेताओं ने इसपर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने मांग किया है कि किसी भी मतदाता को बुरका पहनकर मतदान की अनुमति न दी जाए। भाजपा की तरफ से बिरगांव के चुनाव प्रभारी अजय चंद्राकर, भाजपा प्रवक्ता और पूर् व मंत्री राजेश मूणत, रायपुर जिलाध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी, पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल और ओपी चौधरी सहित कई नेता सोमवार की शाम को राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचे। वहां राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह से मुलाकात कर मतदाता सूची में कथित तौर पर हुई गड़बड़ी की लिखित शिकायत की।
इसके अलावा बातचीत के दौरान शिकायतों और आशंकाओं की फेहरिस्त बढ़ गई। मुलाकात के दौरान भाजपा नेताओं ने कहा कि मतदान के लिए किसी को बुरका पहनकर आने की अनुमति न दी जाए। भाजपा नेताओं ने कहा कि महिलाएं अगर मतदाता पहचान पत्र बनवाने के लिए बुरका हटा सकती हैं तो उसे मतदान के लिए भी हटाया जाना चाहिए। बिरगांव के अब्दुल रऊफ वार्ड को अति संवेदनशील बताते हुए भाजपा नेताओं ने अपने प्रत्याशी और कार्यकर्ताओं को पुलिस संरक्षण देने की मांग रखी। उनका कहना था, पुलिस सुरक्षा होने से ही किसी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सकता है।
निर्वाचन आयोग जाने वालों में पूर्व विधायक नंद कुमार साहू, विजय शर्मा, प्रफुल्ल विश्वकर्मा, अशोक पाण्डेय, वंदना राठौड सिन्हा, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू, हेमंत सेवलानी, अमित मैशरी शाह, तुषार चोपड़ा और वासु शर्मा आदि शामिल थे। भाजपा नेताओं ने अपने शिकायती ज्ञापन में कहा है, इन लोगों द्वारा फर्जी पहचानपत्र के सहारे फर्जी मतदान की पूरी संभावना है।
ऐसे में मतदाता सूची की जांच कर उनका नाम सूची से हटाया जाए। 20 दिसंबर यानी मतदान से पहले नाम नहीं हटाया जाता तो उस वार्ड का चुनाव निरस्त कर दिया जाए। इस शिकायती ज्ञापन के साथ भाजपा नेताओं ने विवादित मतदाता सूची की प्रति भी आयुक्त को दिया है।