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बिग ब्रेकिंग: जल्द खुलेगा CDS रावत व अन्य सैनिकों की मौत का राज, दुर्घटना की सच्चाई आएगी सामने

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चेन्नई: कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त होने वाले भारतीय वायु सेना के एम 17 हेलीकॉप्टर का डेटा रिकॉर्डर गुरुवार सुबह मिल गया. इस हेलीकॉप्टर क्रैश में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सशस्त्र कर्मियों की जान चली गई है.

यह ब्लैक बॉक्स हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और अन्य पहलुओं के बारे में जानकारी सामने लाएगा. यह बॉक्स उड़ान डेटा और कॉकपिट वार्तालापों को रिकॉर्ड करता है. हेलीकॉप्टर के अवशेषों की फोरेंसिक जांच से यह भी पता चल सकता है कि क्या दुर्घटना के बाहरी कारण थे.

विंग कमांडर आर. भारद्वाज के नेतृत्व में वायु सेना के अधिकारियों की 25 स्पेशल टीम ने ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है. अब इससे मिलने वाली जानकारी की प्रतीक्षा है, जिससे पता चल सके कि यह हादसा आखिर हुआ कैसे. टीम सुबह से ही तलाशी अभियान चला रही थी. इससे पहले हादसे के बाद को बुधवार को प्राथमिकता शवों की तलाश और उन्हें वेलिंगटन आर्मी अस्पताल पहुंचाने की थी.

इस बीच, कोयंबटूर से छह सदस्यीय विशेष चिकित्सा दल कुन्नूर हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टर वरुण सिंह के इलाज के लिए पहुंच गया है. वे वेलिंगटन सेना अस्पताल में अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. नीलगिरी में मौजूद स्टालिन ने सेना की टीम को पहले ही बता दिया है कि तमिलनाडु सरकार ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के इलाज में मदद करेगी.

वेलिंगटन के सूत्रों ने कहा कि ग्रुप कप्तान वरुण सिंह, जो शौर्य चक्र से सम्मानित हैं, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के दौरान वे 60 प्रतिशत जल गए हैं. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह भी इस हादसे के बारे में जानकारी दे सकते हैं. दुर्घटनास्थल पर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति रविकुमार ने बताया था कि दो लोगों को छोड़कर बाकी सभी जवानों के शव जल गए हैं. भारतीय वायुसेना के इस हेलीकॉप्टर में जनरल रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोग सवार थे.

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