केंद्र पर बरसे सीएम बघेल, कहा- सरोज पांडेय, हेमा मालिनी सिलेंडर लेकर धरना देती थीं, अब इनकी बोलती बंद क्यों
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महंगाई को लेकर केंद्र की मोदी सरकार के साथ स्टार प्रचारक महिला नेताओं पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देशभर में बढ़ती महंगाई से हर वर्ग परेशान है। विपक्षी दलों के लोग ही नहीं देशभर के लोग केंद्र के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। रसोई गैस महंगी है, डीजल-पेट्रोल सेंचुरी लगा रहे हैं। कहा कि स्मृति ईरानी, हेमा मालिनी, सरोज पांडेय, सिलेंडर लेकर धरने पर बैठती थीं, अब इनकी बोलती क्यों बंद है। मुख्यमंत्री रविवार को भिलाई के लाल मैदान में सभा को संबोधित कर रहे थे।
महंगाई को लेकर आयोजित जन जागरण पदयात्रा के सभा स्थल पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता इतनी आक्रोशित है कि जहां भी भाजपा सत्ता में है वहां उपचुनाव में उसका सूपड़ा साफ हो गया। इसके बाद पेट्रोल-डीजल से एक्साइज सिर्फ 5 और 10 रुपए कम किया गया। आने वाले 5 राज्यों के चुनाव में भाजपा को निपटा दो पेट्रोल डीजल का रेट आधा हो जाएगा। भाजपा के लोग केवल राजनीति करना जानते है, काम करना नहीं। यह मोदी का गुजरात मॉडल है, जिसमें महंगाई चरम पर है। अब देश में छत्तीसगढ़ मॉडल चलेगा।
बहुत हुई महंगाई की मार, गद्दी छोड़ो मोदी सरकार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मोदी और भाजपा के उस नारे को याद दिलाया, जिसमें कहा जाता था “बहुत हुई महंगाई की मार अब की बार मोदी सरकार”। मरकाम ने कहा आज इस नारे के ठीक विपरीत हो रहा है। मोदी सरकार में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, खाद्य सामग्रियों के दाम आसमान छू रहे हैं। इसीलिए अब हमारा नारा है “बहुत हुई महंगाई की मार, बस करो मोदी सरकार, गद्दी छोड़ो मोदी सरकार।”
उन्होंने कहा कि मनमोहन सरकार ने 27 करोड़ लोगो को गरीबी रेखा से ऊपर लाने का काम किया था। मोदी सरकार 23 करोड़ लोगो को गरीबी रेखा के नीचे ढकेलने का काम की है। वहीं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बे-तहाशा वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।