बैकुंठपुर
जिले में दूषित पानी पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं। जिला अस्पताल में पेट दर्द, उल्टी-दस्त की शिकायत लेकर मरीज आ रहे हैं। डायरिया के साथ पीलिया के केस भी मिल रहे हैं। ऐसे में ध्यान देने वाली बात यह है कि शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने जिला प्रशासन के वाटर एटीएम प्लांट दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। कलेक्टर ने जिले के सभी कोरिया नीर को दुरुस्त कर सुचारू संचालन के लिए नगरीय निकायों को निर्देश दिए हैं।
बता दें कि पिछले कई महीनों से शहरों में वाटर एटीएम मशीनें बंद पड़ी हुई थी, वहीं पंचायत क्षेत्रों में यह प्लांट शोपीस बनकर रह गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा लोगों के लिए एक रुपए में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की पहल फ्लॉप हो गई। पिछले कई महीनों से बंद पड़ी वाटर एटीएम मशीनों से लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है, जबकि लाखों रुपए खर्च कर वाटर एटीएम मशीनें लगाई गईं, ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सकें, लेकिन मशीनें बंद होने से लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा।
डॉक्टर बोले- गंदा पानी पीने से बढ़ रहा डायरिया, पीलिया के मामले
जिला अस्पताल में रोजाना 400 से 500 ओपीडी हो रही है। इनमें 10 फीसदी मरीज उल्टी, पेट दर्द, दस्त से पीड़ित हैं। सिविल सर्जन डॉ. एसके गुप्ता ने बताया कि बरसात में मौसमी बीमारियों के साथ दूषित पानी पीने से रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। अस्पताल में डायरिया, पीलिया के मरीज सामने आ रहे हैं। ऐसे में लोगों को पानी उबाल कर पीना चाहिए।