केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद को छत्तीसगढ़ में कमजोर प्रतिक्रिया मिली।
शहर के अधिकांश बड़े और छोटे बाजार, शॉपिंग मॉल और अन्य व्यवसाय खुले रहे।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (CPI-M) ने शहर के बीचों-बीच एक प्रदर्शन किया।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन के 10 महीने पूरे होने पर ‘बंद’ का आह्वान किया था।