पंडो समुदाय के भोलेपन का फायदा उठाकर जंगल में किया गया अवैध कब्जा, कब्जा हटवाने को लेकर शुरू हुई सियासत
वाड्रफनगर /बलरामपुर,एस.एम.पटेल: बलरामपुर जिले में लगातार हो रहे पंडो जनजाति के मौतों को लेकर सियासी चर्चा का बाजार गर्म है इसी बीच अवैध कब्जेधारियों के द्वारा पंडो जनजाति के लोगों के भोलेपन का लाभ उठाते उन्हें वन अधिकार पत्र दिलाने का झांसा देकर अन्य ग्राम के निस्तारित जंगल कंपार्टमेंट 836 के नाला क्षेत्र में अवैध कब्जा करते हुए फसल लगाया गया है ।
रामजन्म यादव निवासी बैकुंठपुर के बहकावे में आकर ग्राम पंचायत बैकुंठपुर के पंडो जनजाति के लोगों ग्राम पंचायत वीरेंद्रनगर के निस्तारित जंगल में पट्टा प्राप्त करने हेतु कूटरचित साजिश के शिकार बन रहे हैं जिसको लेकर ग्राम पंचायत वीरेंद्रनगर के पंडो जनजाति के लोगों के साथ-साथ अन्य वर्ग के लोगों ने भी जंगल में हो रहे अवैध कब्जा को लेकर तगड़ा विरोध दर्ज कराते हुए अवैध कब्जाधारियों को मौके से बेदखल करने के लिए वन अमला के साथ मौके पर पहुंचकर अवैध कब्जे को हटवाए साथ ही पंडो जनजाति के लोगों को दो दिवस का समय देते हुए कहा गया कि जो भी खूटा खंभा व अन्य वस्तुएं अवैध कब्जे के दृष्टिकोण से अपनाए गए हैं उन्हें हटा लेवे मौके में मिले अवैध कब्जाधारियों को वन अमला समझाइश देते हुए पंडो जनजाति के लोगों को बहकावे में ना आने की बात कहे साथ ही उन्हें विश्वास दिलाए कि कोई भी पंडो जनजाति का व्यक्ति जो वन अधिकार अधिनियम के तहत पट्टा प्राप्त करना चाहते हैं उनके पास कब्जा जुड़े प्रमाण हैं वन अधिकार समिति के पास प्रस्तुत कर दें उन्हें जांच उपरांत वन अधिकार पत्र शासन के नियमानुसार प्राप्त होगा ग्राम पंचायत वीरेंद्रनगर के पंडो समाज के मुखिया ने वन विभाग से अपील करते हुए एक मांग की है कि उनके निस्तार के जंगल को संरक्षित एवं सुरक्षित रखें क्योंकि पंडो जनजाति के लोग वनों पर ही आश्रित रहते हैं वनों से उन्हें कंदमूल एवं कई तरह के प्राकृतिक फल एवं जीवन निस्तार हेतु आय के स्रोत भी प्राप्त होता है जिसमें कोरया का फूल, तेंदूपत्ता, चिरौंजी, मोहलायम पत्ता जैसे वनोपज अवैध कब्जे से छिन जाएगा और उनका आजीविका का साधन भी समाप्त हो जाएगा और यदि वन विभाग नहीं रोक सकता है तो पूरे जंगल में वीरेंद्रनगर के पंडो जनजाति के लोगों को ही कमाने हेतु खुली छूट दी जाए दूसरे ग्राम के लोगों का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, पंडो जनजाति के साथ मारपीट के आरोप को बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताते हुए पंडो जनजाति के मुखिया प्रांताध्यक्ष विशेष पिछड़ी जनजाति छत्तीसगढ़ उदय पंडो को सच्चाई से अवगत कराए साथ ही मौका जांच करने की मांग की वीरेंद्रनगर के पंडो समाज के लोगों ने कहा कि जब हम लोग खुद मौके पर गए थे तो यह मनगढ़ंत आरोप कैसे, इससे साफ -साफ पता चलता है कि हमारे पंडो समाज को आगे करके गैर जनजाति के लोग लाभ उठाना चाहते हैं अवैध कब्जा हटवाने गए ग्रामीणों ने बताया कि किसी भी अवैध कब्जेधारी के द्वारा घर बनाकर जीवन निर्वाह नहीं किया जा रहा था सभी अवैध कब्जे धारियों का घर मकान ग्राम पंचायत बैकुंठपुर में पूर्व से मौजूद है कुछ लोगों के द्वारा फसल की बुवाई की गई है
,, वहीं इस संबंध में विशेष पिछड़ी जनजाति के प्रांताध्यक्ष उदय पंडो से चर्चा हुई तो उन्होंने बताया कि मैं पंडो जनजाति के लोगों को गैर- जनजाति लोगों के साजिश का शिकार नहीं बनने दूंगा, मुझे दोनों ग्रामों के पंडो समाज के लोगों ने अपनी अपनी पक्ष से अवगत कराया है साथ ही मैंने विभाग के तमाम अधिकारियों से भी इस संबंध में चर्चा किया हूं बहुत जल्द सर्व आदिवासी समाज की टीम गठित कर मौका जांच किया जाएगा जांच उपरांत रिपोर्ट तैयार कर पंडो जनजाति के लोगों को वन अपराध में संलिप्त होने के लिए प्रेरित करने वाले दोषियों के विरुद्ध उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग करेंगे ,,
अवैध वनअतिक्रमण हटाए जाने को लेकर बीजेपी वाड्रफनगर के मंडल अध्यक्ष पुरंजय मिश्रा के नेतृत्व में मंडल पदाधिकारियों की गठित टीम के द्वारा मौके का निरीक्षण किया गया साथ ही पंडो जनजाति *के लोगों को पात्रतानुसार वन अधिकार पत्र दिलाने का आश्वासन दिया गया ,,
वहीं इस मामले को लेकर मीडिया से चर्चा के दौरान वन परीक्षेत्र अधिकारी वाड्रफनगर अशोक तिवारी के द्वारा बताया गया कि रामजन्म यादव के द्वारा योजनाबद्ध तरीके से वन भूमि में अवैध कब्जा करने का प्रयास किया गया है जिसमें वह अपने कब्जे को बचाने के लिए पंडो जनजाति के लोगों को बहकावे में लेकर अवैध कब्जे के अगल- बगल नवीन कब्जा कराने का प्रयास कर रहा है जिसको वन अमला के द्वारा हटाते हुए पंडो जनजाति के लोगों को समझाइश देकर छोड़ दिया गया है साथ ही वन अवैध कब्जाधारी रामजन्म यादव के साथ-साथ संलिप्त अन्य अवैध कब्जेधारियों के विरुद्ध वन अधिनियम के तहत कार्यवाही की होगी