रायपुर-मोहिबुल हसन: तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला दुर्ग सुरेशा चौबे एवं अन्य जिम्मेदारों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज का मामला सामने आया है ,मिलि जानकारी के अनुसार दिनांक 25/06/2018 को पुलिस कर्मचारियों के परिजनो के द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रायपुर मे धरना प्रदर्शन किया जाना था लेकिन आंदोलन ना होने पाए इसलिए आंदोलन को रोकने के लिए पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा तरह-तरह के प्रयास किए गए इसी दौरान सेक्टर 6 पुलिस कॉलोनी मे पेड़ के नीचे अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेशा चौबे एवं अन्य पुलिस कर्मचारी पुलिस कर्मचारियों के परिजनों को धमकी दे रहे थे अतः इनके खिलाफ उज्जवल धर दीवान ने एफ आई आर की माग करते हुए, पुलिस द्वारा कर्मचारियों के परिजनों को बुलाकर ए.एस.पी के द्वारा परिजनो को धमकी देते हुए पुलिस अधीक्षक बोले की अगर तुम लोग आंदोलन में जाओगे तो तुम्हारे परिवार से पुलिस विभाग में नौकरी कर रहा है उनकी नौकरी चली जाएगी,एवं पुलिस विभाग से बर्खास्त कर दी जाएगी तुम लोग आंदोलन में नहीं जाओगे यह कर कर धमकी दिया गया आंदोलन में नहीं जाओगे लिख कर दो ऐसे कागजातों पर उच्च अधिकारियों के द्वारा दस्तखत करने को धमकी दी गई थी ,जो कि एक सामान्य भारतीय नागरिकों के अधिकारों एवं भारतीय संविधान का हनन है, तथा शासकीय कर्मचारियों के परिजनों को डराना धमकाना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है तथा छोटे वर्ग तृतीय श्रेणी के पुलिस कर्मचारियों के परिजनों को डराना धमकाना बहुत ही दयनीय है इसलिए अपने पद के दुरुपयोग करने वाले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेशा चौबे एवं इस मामले से संबंधित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने को लेकर उज्जवल धर दीवान ने एक लिखित आवेदन पुलिस अधीक्षक दुर्ग को सौंपी हैं, और दोषी कर्मचारियों के ऊपर कार्यवाही को लेकर मांग किया तथा वीडियो की सीडी एक नग, सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी की छाया प्रति ,व सूचना के अधिकार आवेदन की छाया प्रति संलग्न उज्जवल धर दीवान के द्वारा दिया गया।
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