मोहिबुल हसन (लोलो) , सूरजपुर– एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा ग्रामीणों पर शोषण का आरोप लगाते हुए संसदीय सचिव मंत्री और सामरी विधायक चिंतामणि महाराज एसईसीएल कोयला खदान के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए।उनका आरोप था कि एसईसीएल प्रबंधन ग्रामीणों का शोषण कर रहा है, एस.ई.सी.एल. के द्वारा जिन ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है उसके एवज में उन ग्रामीणों को मुआवजे के साथ ही नौकरी देने का प्रावधान है,,इसके बावजूद एसईसीएल प्रबंधन द्वारा इन ग्रामीणों को नौकरी नहीं दिया जा रहा है, साथ ही एसईसीएल प्रबंधन को आसपास के गांव के विकास के लिए सीएसआर मत दिया जाता है, ताकि कोयला खदान खुले हुए इलाके के आसपास के गांव का विकास कार्य किया जा सके,, लेकिन एस. ई.सी.एल प्रबंधन के द्वारा ग्रामीणों को ना तो नौकरी दी जा रही है और ना ही सीएसआर मत इनके विकास के लिए किया जा रहा है,, चिंतामणि महाराज का आरोप है कि इसके लिए उन्होंने कई बार ऐसे चल प्रबंधन से बातचीत की थी और उन्हें कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया था,, लेकिन एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई जिसको लेकर संसदीय सचिव मंत्री नाराज हो गए और वह आज अपने समर्थकों के साथ कोयला खदान के मुख्य गेट पर धरने में बैठ गए,, उनके धरने में बैठने के बाद ऐसे जल प्रबंधन और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया, आनन-फानन में एचपीसीएल के जीएम, एसडीएम, तहसीलदार सहित सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच कर चिंतामणि महाराज को मनाने में जुट गए,, फिलहाल अभी दोनों की बातचीत जारी है और चिंतामणि महाराज मानने के मूड में नहीं दिख रहे हैं.