लोक सेवा केंद्र के संचालकों द्वारा जाति आय निवास बनाने में छूट रहे पसीने, रीडरों की मनमानी से हैं परेशान.
सूरजपुर ,अनिल कुमार : छत्तीसगढ़ मैं जैसे ही कांग्रेस की सरकार आई वैसे ही आय जाति निवास की नागरिकों को सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से घर पहुंच आय जाति निवास का योजना चलाया गया था किंतु आज ऐसा स्थिति हो गया है की आय जाति निवास में केवल रीडर की ही मनमानी चलता है किसी भी प्रशासनिक अधिकारी का आदेश तक को नही मानते चाहे वह तहसील कार्यालय से हो या एसडीएम कार्यालय से केवल और केवल रीडर के ही हाथ में होता है ।किनका बनाना है इनका नहीं बनाना है जी हां हम बात कर रहे हैं सूरजपुर जिला का जहाँ लोक सेवा केंद्र के संचालक के नाक में दम कर दिए है ,विभिन्न प्रकार के कमी निकाल कर वापस करते है ,तहसील कार्यालय से तो जैसे तैसे अस्थाई जाती प्रमाण बन ही जाता है किंतु स्थाई जाती पूरा डॉक्यूमेंट लगाने के बाद भी नई बन पाता,वापस कर दिया जाता है ये नोटिस दे कर की मूल दस्तावेज के साथ उपस्थित होव,हाँ अगर हितग्राही मूल दस्तावेज के साथ उपस्थित हो भी जाये तो केवल जाती स्थायी बनाने के लिए 500 से 1000 रुपये तक कि मांग करते है ,आखिर हितग्राही करते भी क्या ये सोच कर की बिना दिए तो बनेगा ही इसलिए मजबूरी में दे भी देते है ।
ज्ञात हो आज हर ग्राम पंचायत में लोक सेवा केंद्र संचालक है जहाँ शाशन की कई सारी योजनाओं को ग्रामीणों तक पहुचा रहे है,ताकि सरकारी कार्यालय का चक्कर न काटना पड़े ,कितुं ऐसा हो नई रहा है ग्रामीणों क्षेत्रों में सुविधा होने के बाद भी लोग सरकारी कार्यालय का चक्कर काटने को मजबूर है,लोक सेवा केंद्र संचालक का कहना है कि जाति प्रमाण पत्र स्थाई जाती बन ही नई रहा है कई सारी नई नई कमिया निकाल कर आवेदन वापस किया जा रहा है,मुख्य रूप से मूल दस्तावेज के साथ उपस्थित होने को बोलकर वापस किया जाता है, अगर आपको मूल दस्तावेज के साथ ऑफिस बुलाना ही है तो लोक सेवा केंद्र में जाति निवास बन्द करो, हद की बाद तो तब हुआ जब ओड़गी ब्लॉक् में जाति स्थाई के लिए (TC) ट्रांसफर सर्टिफिकेट अपलोड करने को बोला गया ,अब उम्मीद है तो केवल सुरजपुर जिला की नवागत कलेक्टर गौरव कुमार जी से इस मामला को गंभीरता से लेते हुए जाती निवास आय बनने में सुगमता लाने का निर्देश दे क्योंकि अभी सभी बच्चों को स्कूल में एडमिशन के लिये आय जाती निवास की अतिआवश्यक है।