अनिल मेसर्स, बलरामपुर: बलरामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत शादी समारोह में जाने के नाम पर घर से निकली दो नाबालिग आदिवासी बालिकाएं हो गई लापता मामला लगभग 2 माह पूर्व प्रकाश में आया था जिसमें दो नाबालिग बालिकाएं हैं जिनकी उम्र 13 वर्ष व 15 वर्ष है जो अचानक घर से लापता हो गई परिजनों के द्वारा सगे संबंधियों के यहां काफी खोजबीन की गई इसके बावजूद पता नहीं चलने पर नाबालिग बच्चियों के परिजनों के द्वारा इसकी सूचना पुलिस थाना बलरामपुर में आकर दी गई।
परिजनों की शिकायत को गंभीरता पूर्वक लेते हुए थाना प्रभारी बलरामपुर सुरेंद्र उके के द्वारा तत्काल इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत कतलम को दिए जिस पर पुलिस अधीक्षक के द्वारा सख्त निर्देश व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी रामानुजगंज नितेश गौतम के मार्गदर्शन में पुलिस टीम गठित कर लापता नाबालिग आदिवासी बच्चियों की पतासाजी की गई इसी दौरान मुखबीर से सूचना मिलने को पर पता चला कि अपचारी बालक के द्वारा दोनों नाबालिग आदिवासी बालिकाओं को अपहरण कर गढ़वा झारखंड के रास्ते वाराणसी उत्तर प्रदेश ले जाया गया जहां कुछ दिन जाने के पश्चात दोनों अपहृत नाबालिग बालिकाओं को लेकर सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत अतुल ईटा भट्ठा में लाकर छुपा दिया मुखबिर की सूचना पर पुलिस अधीक्षक बलरामपुर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत कदम के नेतृत्व में चांदो थाना प्रभारी नीलिमा प्रीति के तिर्की के नेतृत्व में पुलिस टीम को सूरजपुर जिले के लिए रवाना किया गया जहां पर अपहृत दोनों बालिकाओं के साथ अपचारी बालक को पकड़ लिया गया पकड़े गए नाबालिग बालिकाओं के कथन अनुरूप अपचारी बालक के विरुद्ध पुलिस थाना बलरामपुर में 363, 376 (2)ढ(3)एवं पास्को 4 ,6 एसटी एससी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी अपचारी बालक को बाल सुधार भेजा गया, इस कार्यवाही में थाना प्रभारी चांदो एवं बलरामपुर के साथ – साथ बलरामपुर थाना के महिला व पुरुष आरक्षक शामिल रहे ।