वन विभाग के सुरक्षा श्रमिकों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर सूरजपुर कलेक्टर एवं वन अधिकारी को सौंपा ज्ञापन…
सूरजपुर, बिनोद कुमार: वन विभाग के सुरक्षा श्रमिकों नेे स्थाईकरण की मांगों एवं कलेक्ट्रेट दर की श्रमिक वेतन भुगतान ₹295 प्रतिदिन की दर से करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर जिला कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह एवं वन मंडल अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर। अपनी मांगों को जल्द पूरा करने की गुहार लगाई है। वन विभाग के सुरक्षा श्रमिकों के अनुसार लगभग 5 से 20 वर्ष से वन विभाग में कार्य करते आ रहे हैं। 24 घंटे दिन रात अपनी जान जोखिम में डालकर वनों की सुरक्षा करते हैं, परंतु विभागीय उपेक्षा के कारण उन्हें वर्दी अबतक नही दी गई है, और ना ही कोई पहचान पत्र है उपलब्ध कराया गया है। जिससे यह साबित हो सके कि वन विभाग के सुरक्षा श्रमिक हैं । ऐसे बिना वर्दी और बिना पहचान पत्र के वन में सुरक्षा देना खतरों से खाली नही है। किसी भी प्रकार की कोई पहचान नहीं होने के कारण कई बार विवाद की स्थिति भी बन जाती है। मौखिक रूप में बताना पड़ता है कि वन विभाग का सुरक्षा श्रमिक हूं फिर भी अपराधिक किस्म के लोग जबरदस्ती उन लोगों के साथ मारपीट एवं झूठे केस में फंसाने की धमकी तक दे जाते हैं।
वन सुरक्षा श्रमिक दिन रात मेहनत करता है उसके बावजूद प्रति महीना के दर से ₹6000 ही पारिश्रमिक दिया जाता है। श्रमिकों का कहना है कि 6000 प्रति माह की दर से राशि का भुगतान भी समय पर नहीं किया जाता है। 3 माह 4 माह विलम्ब से किया जाता है। वन सुरक्षा श्रमिकों ने शासन व प्रशासन से गुहार ज्ञापन के जरिये अपनी जो मांग रखी है। उसे तत्काल पूरा करने कि मांग की है। वर्तमान में प्रचलित दर ₹295 प्रतिदिन के हिसाब से ₹8960 प्रति माह वेतन निर्धारित तत्काल करें, वन श्रमिक स्थाईकरण करने, वेतन माह पूरा होते ही समय पर श्रमिक वेतन प्रदान करने ताकि परिवार के ज़रूरतों को पूरा कर सकें। साथ ही वन विभाग में कार्यरत सुरक्षा श्रमिकों को वर्दी व पहचान पत्र उपलब्ध कराने की मांग किया है।