फेसबुक पर दोस्ती कर के नौकरी लगवाने के नाम पर दिया युवती को झांसा , युवती से ऐंठ लिए साढ़े नौ लाख रुपए
विनोद गुप्ता। नौकरी लगवाने का झांसा देकर युवती से नौ लाख 50 हजार रुपये की ठगी करने के आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नवापारा चर्च के पास रहने वाली मिथिलेश मालवीय पिता आरडी मालवीय (33) ने बीते नौ मार्च को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी पहचान फेसबुक के माध्यम से संतोष कुमार निर्मलकर निवासी ठाकुरदेवपुर उपरपारा, अभनपुर नया रायपुर से हुई थी, जो खुद को पीडब्ल्यूडी रायपुर में असिस्टेंट इंजीनियर बताया था। कथित असिस्टेंट इंजीनियर ने युवती से पूछा कि आप क्या करती हो, तो प्रार्थिया ने सीजी पीएससी की तैयारी करना बताया। इसके बाद आरोपित ने पीएससी में खुद की पहचान बता नौकरी लगवा देने की बात कही और नौकरी लगवा देने के नाम पर नौ लाख पचास हजार रुपये ले लिए।
उक्त रकम को आरोपित अपने खाते में किस्तों में ट्रांसफर कराया था। इसके बाद भी युवती की नौकरी नहीं लगी और न ही पैसा वापस किया। रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था। मामले में पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस अधीक्षक सरगुजा ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरगुजा के मार्गदर्शन व नगर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गांधीनगर थाना प्रभारी अनूप एक्का टीम गठन कर उपनिरीक्षक भोज कुमार गुप्ता, सहायक उपनिरीक्षक रविंद्र प्रताप सिंह, आरक्षक आनंद गुप्ता, राकेश यादव के साथ आरोपित की गिरफ्तारी के लिए रवाना हुए। पुलिस ने रायपुर से आरोपित संतोष कुमार निर्मलकर पिता स्व. रामजनक निर्मलकर (32), निवासी ठाकुरदेवपुर उपरपारा अभनपुर को हिरासत में लेकर घटना के संबंध में पूछताछ की तो उसने नौकरी के नाम पर युवती से साढ़े नौ लाख रुपये की ठगी करना स्वीकार किया।
आरोपित से ठगी के दौरान जिस मोबाइल से बातचीत की गई थी उसे जब्त कर लिया है। आरोपित के द्वारा ठगी की रकम को खर्च करना अपने कर्ज पटाने में उपयोग करना बताया गया। बैंक खाते में शेष चार लाख रुपये को पुलिस ने होल्ड कराया है। नौकरी के नाम पर साढ़े नौ लाख रुपये की ठगी के मामले में तीन महीने से फरार आरोपित की गिरफ्तारी में सक्रिय गांधीनगर पुलिस टीम को मिली सफलता के लिए सरगुजा पुलिस अधीक्षक टीआर कोसीमा ने बधाई दी है। उन्होंने चिटफंड और ठगी के मामलों में लंबे समय से फरार आरोपितों की पतासाजी कर उनकी गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।