इंडियन रिपब्लिक / दिन पहले एंटीगुआ से लापता हुए भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को पड़ोसी देश डोमिनिका से गिरफ्तार कर लिया गया है। वह यहां के रास्ते क्यूबा भागने की फिराक में था। सूत्रों के अनुसार, चोकसी एक नाव के जरिए एंटीगुआ से डोमिनिका पहुंचा था। डोमिनिका भी कैरेबिया में मौजूद एक छोटा सा द्वीप देश है। चोकसी के खिलाफ यहां भी एक लुकआउट नोटिस जारी था और स्थानीय पुलिस ने उसे धर लिया। उसे सीधे भारत भेजा जा सकता है।
भारत में वांछित मेहुल चोकसी सोमवार शाम को एंटीगुआ से गायब हो गया था। तब उसके वकील ने बयान जारी करते हुए बताया था कि वह एंटीगुआ के दक्षिणी हिस्से में स्थित एक चर्चित रेस्टोरेंट में डिनर करने गया था और इसके बाद से उसे दोबारा नहीं देखा गया। तभी से चोकसी के क्यूबा भागने की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन उसे इससे पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया। अभी उसे एंटीगुआ को सौंपने की प्रक्रिया जारी है।
हालांकि एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने चोकसी को वापस स्वीकार करने से इनकार कर दिया है और कहा है कि वह चोकसी को सीधे भारत भेजने को तैयार हैं। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हमारा देश मेहुल चोकसी को स्वीकार नहीं करेगा। उसने देश से बाहर जा कर बहुत बड़ी गलती की है। डोमिनिका की सरकार और अधिकारी हमारे साथ सहयोग कर रहे हैं। हमने भारत सरकार को उसे भारत ले जाने को कहा है।”
गीतांजलि ग्रुप का चेयरमैन मेहुल चोकसी लगभग 13,500 करोड़ के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले (PNB) के मुख्य आरोपियों में से एक है।
PNB घोटाला सामने आने के बाद चोकसी भारत छोड़कर भाग गया था। चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी, दोनों ने फर्जी कागजों के सहारे भारतीय बैंकों से कर्ज लिया था। भारत से फरार होने के बाद चोकसी एंटीगुआ और बारबूडा में रह रहा है और गिरफ्तार नीरव मोदी लंदन की जेल में बंद है।
चोकसी पर भारत भेजे जाने का खतरा मढ़रा रहा है और एंटीगुआ की सरकार भारत के दबाव में उसकी नागरिकता रद्द कर चुकी है। हालांकि अभी तक इस पर कोर्ट की आधिकारिक मुहर नहीं लगी है और इसमें लगभग सात साल तक का समय लग सकता है।
एंटीगु्आ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने चोकसी को धोखेबाज बताते हुए कह चुके हैं कि उसकी अपील खत्म होते ही उसे भारत निर्वासित कर दिया जाएगा।