IRN24, राधे यादव भैयाथान….✍🏻
सूरजपुर भैयाथान / सिरसी उपकेंद्र को केंद्र का दर्जा मिलते ही क्षेत्र के किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है। सिरसी सहित आसपास के ग्राम पंचायतों—रगदा, चोपन, सुंदरपुर, मसीरा और अन्य गांव के लोगों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए इसे किसानों के लिए बड़ा फायदा बताया है। ग्रामीणों ने कहा कि अब उन्हें खाद, बीज और अन्य कृषि संबंधित सुविधाओं के लिए दूर नहीं भटकना पड़ेगा।
पहले यहाँ केवरा केंद्र होने के कारण किसानों को खाद–बीज लेने, लोन प्रक्रिया कराने और अन्य कार्यों के लिए केवरा जाना पड़ता था। किसानों का कहना है कि वहां समिति प्रबंधक द्वारा व्यवहार संतोषजनक नहीं था। कई किसानों ने बताया कि उन्होंने लोन नहीं लिया था, फिर भी उनके खातों में लोन दर्ज दिखाया जाता था, जिससे किसानों को भारी परेशानी उठानी पड़ती थी। सही जानकारी और समाधान के लिए उन्हें कई–कई दिनों तक चक्कर लगाने पड़ते थे।
सूत्रों के अनुसार, केवरा समिति प्रबंधक पर यह भी आरोप लगाया गया है कि किसानों की शिकायतों पर सही ढंग से ध्यान नहीं दिया जाता था और लोन संबंधी गड़बड़ी की जानकारी होने के बावजूद समस्याओं का निराकरण समय पर नहीं किया जाता था। इससे किसानों में असंतोष और बढ़ गया था।
लेकिन अब सिरसी को केंद्र बना दिए जाने के बाद किसानों ने राहत और संतोष व्यक्त किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सिरसी केंद्र शुरू होने से अब—
खाद–बीज की उपलब्धता स्थानीय स्तर पर होगी,लोन से जुड़ी समस्याओं का समाधान यहीं होगा,किसानों का समय और पैसा दोनों बचेंगे,अनावश्यक भटकने की समस्या समाप्त होगी।
सिरसी को केंद्र बनाने का निर्णय किसानों की सुविधा और उनकी वर्षों से उठ रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यह फैसला लंबे समय से अपेक्षित था और अब इसकी शुरुआत से पूरे क्षेत्र के किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।किसानों ने प्रशासन और संबंधित विभाग के प्रति आभार जताते हुए कहा कि यह कदम किसानों के हित में एक बड़ा और सकारात्मक फैसला है।
