हायर सेकेंडरी स्कूल सिरसी का बाउंड्री वॉल वर्षों से अधूरा – वसूली पूरी, काम ठप, पूर्व पदाधिकारियों के घोटाले से लेकर अफसरों की लापरवाही तक”
(✍🏻IRN24 राधे यादव ✍🏻)
सूरजपुर जिले के भैयाथान विकासखंड ग्राम पंचायत सिरसी स्थित हायर सेकेंडरी उच्चतर माध्यमिक शाला का बाउंड्री वॉल निर्माण कार्य वर्षों से अधूरा पड़ा है।
यह मामला अब ग्रामीणों के बीच गंभीर चर्चा का विषय बन गया है।
आरोप है कि पिछले सचिव एवं सरपंच के कार्यकाल में बाउंड्री वॉल निर्माण के नाम पर धनराशि में बड़ा घोटाला किया गया। प्रशासनिक रिकार्ड के अनुसार, वर्तमान में इस राशि की वसूली पूरी हो चुकी है, लेकिन आश्चर्य की बात है कि काम अब तक शुरू नहीं हुआ।
इस पर ग्रामीणों ने जनपद पंचायत सीईओ से लेकर संबंधित विभाग तक की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
मिडिल स्कूल के किचन के छज्जे के नीचे नशेड़ियों का जमावड़ा
स्कूल परिसर में बाउंड्रीवॉल का निर्माण न होने के कारण अराजक तत्व और नशेड़ी लोग आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। मिडिल स्कूल के किचन रूम के छज्जे के नीचे अक्सर नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। परिसर में स्थित किचन शेड और नलकूप के आसपास नशे की गोलियों के रेपर और सिरिंज पड़े रहते हैं।स्थानीय लोगों के अनुसार, नशे की हालत में कुछ लोग स्कूल की वस्तुओं को नुकसान भी पहुंचाते हैं और आए दिन चोरी की घटनाएं घटती हैं। हाल ही में स्कूल के अतिरिक्त कक्ष का ताला तोड़कर कई सामान चोरी कर लिए गए। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द बाउंड्रीवॉल निर्माण और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग की है।
बाउंड्री वॉल अधूरा, स्कूल असुरक्षित
स्कूल परिसर में बाउंड्री वॉल न होने से अतिक्रमण और बाहरी लोगों की आवाजाही लगातार बनी रहती है। आवारा पशु परिसर में घुस आते हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई का माहौल प्रभावित होता है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि बच्चों की साइकिल और अन्य सामान रखने के लिए कोई सुरक्षित स्थान नहीं है। कई बार साइकिल चोरी या नुकसान होने की घटनाएं भी सामने आई हैं।
वसूली पूरी, काम ठप – आखिर क्यों?
ग्रामीणों का कहना है कि जब बाउंड्री वॉल निर्माण के लिए वसूली पहले ही हो चुकी है, तो फिर काम शुरू करने में देरी क्यों? क्या संबंधित विभाग और अधिकारी इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, या फिर किसी नए ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए काम को रोके रखा गया है?
पूर्व सचिव-सरपंच की भूमिका संदिग्ध
मामले की पृष्ठभूमि में यह आरोप स्पष्ट है कि पिछले सचिव और सरपंच ने निर्माण कार्य में धनराशि का दुरुपयोग किया। अब जबकि वसूली की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, तब भी निर्माण कार्य न होना यह संकेत देता है कि कहीं न कहीं प्रशासनिक इच्छाशक्ति की कमी या भ्रष्टाचार की जड़ें अभी भी गहरी हैं।
जनपद पंचायत सीईओ की जिम्मेदारी पर सवाल
ग्रामीणों ने साफ कहा है कि जनपद पंचायत सीईओ को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इससे यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर अधिकारी इस लापरवाही के लिए जवाबदेह क्यों नहीं ठहराए जा रहे हैं।
ग्रामीणों की मांग – पारदर्शी
जांच और त्वरित कार्यवाहीग्रामीणों ने जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग से मांग की है कि इस मामले में पारदर्शी जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। साथ ही बाउंड्री वॉल का निर्माण जल्द से जल्द शुरू कराया जाए, ताकि बच्चों को सुरक्षित और व्यवस्थित शिक्षा का माहौल मिल सके।