17 वर्षों बाद मिला न्याय: पुण्यतिथि पर भटगांव एसईसीएल कर्मचारी को जबलपुर हाईकोर्ट से मरणोपरांत सम्मान
(IRN.24…राधे यादव भैयाथान)
सूरजपुर/भटगांव स्थित दक्षिण पूर्वी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) में कार्यरत दिवंगत कर्मचारी जे एन सिंह को उनकी पुण्यतिथि के दिन वह न्याय मिला, जिसकी उन्हें पूरे 17 वर्षों से प्रतीक्षा थी। जबलपुर उच्च न्यायालय ने आज अपने ऐतिहासिक निर्णय में उनके विरुद्ध लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए उन्हें पूर्णतः निर्दोष घोषित किया।यह मामला वर्ष 2008 से जुड़ा है, जब भोकली बाई नामक महिला ने उन पर यह आरोप लगाया था कि उन्होंने 100 रुपये के 100 नोट देकर 8 गाड़ी (संभवतः कोयला अथवा अन्य सामग्री) मंगवाई थी और इसके एवज में 1 लाख रुपये लिए। जबकि तथ्य यह सामने आया कि कुल राशि ₹80,000 ही बनती थी।अदालत ने इस मामले की विस्तृत जांच और साक्ष्यों के आधार पर यह स्पष्ट किया कि आरोप तथ्यहीन, गलत मंशा से प्रेरित और अनुचित धन वसूली के उद्देश्य से लगाए गए थे।दुर्भाग्यवश, जे एन सिंह न्याय का यह दिन देखने के लिए जीवित नहीं रहे। आज उनकी पुण्यतिथि भी है, और ठीक इसी दिन उन्हें मरणोपरांत सम्मान मिला, जो उनके परिवार और समाज के लिए गर्व और सुकून का विषय है।उनके बड़े पुत्र डॉ. प्रताप नारायण सिंह ने कोर्ट के बाहर मीडिया से कहा:”हमारे पिता ने जीवनभर ईमानदारी और सत्य के साथ काम किया। 17 वर्षों की लंबी लड़ाई के बाद आज सच्चाई की जीत हुई है। अफसोस है कि वो इस दिन को देखने के लिए हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका नाम अब साफ हो गया — यही सबसे बड़ा न्याय है।”सूरजपुर ज़िले के भटगांव क्षेत्र में एसईसीएल कर्मचारियों, श्रमिक संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने इस फैसले का जोरदार स्वागत किया और दिवंगत कर्मचारी को श्रद्धांजलि अर्पित की।यह निर्णय उन सभी के लिए एक प्रेरणा है जो वर्षों से झूठे आरोपों के बोझ तले दबे हैं — कि चाहे न्याय देर से मिले, लेकिन मिलता अवश्य है।जबलपुर कोर्ट का फैसला है।