मनरेगा योजनांतर्गत जल संरक्षण, अवसंरचना सुदृढ़ीकरण और कृषि आय में वृद्धि से ग्रामीण क्षेत्रों में आया बहुआयामी परिवर्तन

सूरजपुर/IRN.24…/ कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के निर्देशन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू के मार्गदर्शन में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत जनपद पंचायत ओड़गी एवं प्रतापपुर के विभिन्न ग्राम पंचायतों में क्रियान्वित की गई जल संरक्षण, सिंचाई सुविधा, ग्रामीण अवसंरचना विकास एवं रोजगार सृजन से संबंधित परियोजनाओं ने न केवल ग्रामीण अंचलों में जल संसाधनों के प्रबंधन को मजबूती प्रदान की है, बल्कि कृषकों की आय में स्थायी वृद्धि, आजीविका के नए स्रोतों की प्राप्ति एवं क्षेत्रीय विकास को भी सुनिश्चित किया है।
ग्राम पंचायत भांड़ी, जनपद पंचायत ओड़गी अंतर्गत हितग्राही श्री आनंद/होलसाय की निजी भूमि पर मनरेगा योजना के तहत कूप निर्माण कार्य की स्वीकृति दी गई, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में जल की कमी एवं खेती में आ रही कठिनाइयों को दूर करना था। पहाड़ी एवं पिछड़े क्षेत्र में स्थित इस ग्राम में पेयजल एवं सिंचाई की गंभीर समस्या व्याप्त थी, जिसे ध्यान में रखते हुए कूप निर्माण को प्राथमिकता दी गई। स्थल निरीक्षण, ग्रामसभा की स्वीकृति एवं नक्सा-खसरा के अनुरूप कार्य का क्रियान्वयन ग्राम पंचायत के माध्यम से किया गया। कार्य पूर्ण होने के पश्चात संबंधित हितग्राही को सिंचाई सुविधा मिलने से वह अब द्वितीय फसल भी ले पा रहे हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है और ग्रामवासी भी जलसुविधा से लाभान्वित हो रहे हैं।
इसी प्रकार जनपद पंचायत प्रतापपुर के ग्राम पंचायत खुंशी अंतर्गत वर्ष 2020-21 में 15.63 लाख की लागत से रनहत झरिया में मिट्टी बांध का निर्माण तथा वर्ष 2022-23 में 10.44 लाख की लागत से कोदवारीपारा में रनहत झरिया नाले पर पुलिया निर्माण की स्वीकृति दी गई। पूर्व में उक्त क्षेत्र के ग्रामीणों को नाले के कारण आवागमन में अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, साथ ही सिंचाई के लिए जल की भारी कमी बनी रहती थी। बांध एवं पुलिया के निर्माण से न केवल लगभग 1 किलोमीटर क्षेत्र में जल संग्रहण संभव हुआ है, बल्कि 6 मीटर चौड़ी एवं 50 मीटर लंबी सड़क भी निर्मित की गई है, जिससे आवागमन सुगम हुआ है। बांध के कारण जलस्तर में वृद्धि हुई है, तथा अब कृषक गेहूं, सरसों जैसी फसलों का सफलतापूर्वक उत्पादन कर रहे हैं, जिससे उनकी कृषि पर निर्भरता स्थायी आय में परिवर्तित हो रही है।
ग्राम पंचायत मकनपुर, जनपद पंचायत प्रतापपुर में चारागाह क्षेत्र, नारंगी के समीप वर्ष 2023-24 में 18.87 लाख की स्वीकृति से सामुदायिक अर्दन चेक डेम निर्माण कार्य कराया गया, जिसमें 13.47 लाख की राशि व्यय की गई। यह बांध एक बारहमासी बहने वाले नाले पर निर्मित किया गया है, जिससे ग्राम पंचायत में रबी एवं खरीफ दोनों फसलों के लिए पर्याप्त सिंचाई जल उपलब्ध हो रहा है। कृषकों द्वारा विशेष रूप से धान की खेती के लिए इस बांध को अत्यंत उपयोगी बताया गया है। बांध के निर्माण से जलस्तर में सतत वृद्धि हुई है और मनरेगा योजना के प्रति ग्रामीणों का विश्वास और भी अधिक मजबूत हुआ है।
इसी तरह ग्राम पंचायत सिलौटा के कोडाकुपारा क्षेत्र में वर्ष 2022-23 में 8.91 लाख की लागत से बरपानी नाला पर सामुदायिक अर्दन चेक डेम का निर्माण कराया गया। यह निर्माण कार्य मनरेगा योजना के अंतर्गत स्थानीय ग्रामीणों की भागीदारी से समय पर पूर्ण किया गया, जिससे न केवल 50 एकड़ से अधिक भूमि में सिंचाई का विस्तार हुआ, बल्कि जलाशय में मछलीपालन की गतिविधियाँ भी प्रारंभ की गईं। प्रेमसाय, रमेश, रमेश्वर, लगना एवं बुधराम जैसे अनेक कृषकों ने इस योजना से प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त किया है। अब ग्रामवासी धान के अतिरिक्त ग्रीष्मकालीन मौसम में गेहूं, उड़द, साग-सब्जी आदि का भी उत्पादन कर रहे हैं, जिससे उन्हें बाजार से सब्जियाँ खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ती, और उनकी आर्थिक स्थिति में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
इन सभी परियोजनाओं के क्रियान्वयन से न केवल ग्रामीणों को वर्ष भर रोजगार मिला है, बल्कि जल संरक्षण, कृषि उत्पादन, पशुपालन एवं मछलीपालन जैसे आजीविका के विविध स्रोतों से जुड़कर वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी अग्रसर हो रहे हैं। मनरेगा योजना ने इन विकास कार्यों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में सतत विकास एवं समावेशी समृद्धि की सशक्त आधारशिला रखी है।