राधे यादव(IRN.24…)
सूरजपुर/भैयाथान(IRN.24…) जिले में शासन की कल्याणकारी योजनाएं भ्रष्टाचार की आग में जल रही हैं। ग्राम पंचायत बड़सरा में राशन वितरण प्रणाली की पोल खुली है, जहां मृत व्यक्तियों के नाम पर फर्जी राशन कार्ड बनाकर महीनों से खाद्यान्न की लूट मची है। ग्रामीणों ने इस घपले पर आक्रोश जताते हुए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की गुहार लगाई है।*राशन दुकान में गड़बड़झाला: चना गायब, अंगूठा मौजूद*बड़सरा की राशन दुकान में खाद्यान्न वितरण का खेल चौंकाने वाला है। ग्रामीणों का आरोप है कि दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 तक का चना मार्च और अप्रैल में बांटा गया, लेकिन अप्रैल का चना देने की बजाय सिर्फ पौस मशीन पर अंगूठा लगवाया गया। नतीजा..? पांचवें माह का चना हजम, और हितग्राहियों को सिर्फ चार माह का चना मिला।*मृत आत्माओं के नाम पर राशन की हेराफेरी*ग्रामीणों की शिकायत में सामने आए मामले की हकीकत रोंगटे खड़े करने वाली है। मृतकों के नाम पर राशन कार्ड बनाकर खाद्यान्न उठाया जा रहा है।*देवमत का रहस्य:* बड़सरा की देवमत की मृत्यु 31 अक्टूबर 2020 को हो चुकी थी। फिर भी, जनवरी 2024 में उनके नाम पर राशन कार्ड बन गया और 16 माह से राशन उठाया जा रहा है।*मानकुंवर की कहानी:*एक अन्य महिला मानकुंवर, जो एक साल पहले दुनिया छोड़ चुकी हैं, उनका राशन कार्ड आज भी जिंदा है। उनके बेटे बाबूलाल के पास अलग राशन कार्ड होने के बावजूद, मृत मां के नाम से अंगूठा लगवाकर राशन हड़पा जा रहा है।*नामिनी योजना: भ्रष्टाचार का मास्टरस्ट्रोक*असमर्थ, बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए शुरू की गई नामिनी योजना अब भ्रष्टाचार का हथियार बन चुकी है। इसकी आड़ में फर्जी राशन कार्ड बनाकर खाद्यान्न की बंदरबांट हो रही है। ग्रामीणों को शक है कि इस खेल में राशन दुकान संचालक के साथ कुछ अधिकारियों की भी सांठगांठ है।*प्रशासन की खामोशी, ग्रामीणों* का गुस्सा……*इतनी बड़ी गड़बड़ी के बावजूद खाद्य विभाग और स्थानीय प्रशासन खामोश है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द जांच और कार्रवाई नहीं हुई, तो यह घोटाला और बड़ा रूप ले सकता है। उन्होंने जिला प्रशासन से मामले की गहन जांच और दोषियों को कठोर सजा देने की मांग की है।*सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भैयाथान जनपद क्षेत्र के अंतर्गत ऐसे कई ग्राम पंचायत में नॉमिनी के नाम से मृत व्यक्ति का राशन उठाओ कर रहे हैं.**आवाज उठाने वाले ग्रामीण*परमेश्वर यादव, रामनारायण यादव, चंद्रिका यादव, श्यामनारायण साहू, शिव कुमार गिरी, रामबली यादव, रामप्रकाश साहू, गोविंद साहू और अन्य ग्रामीणों ने इस घपले पर गुस्सा जाहिर किया है। वे चाहते हैं कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों को बख्शा न जाए।*अब क्या होगा…..?*ग्रामीणों ने एसडीएम से शिकायत की है, लेकिन कार्रवाई का इंतजार है। सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस लूट को रोक पाएगा, या यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा….? ग्रामीणों की मांग है कि राशन दुकान का लाइसेंस रद्द हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले।*मौत के बाद भी उठ रहा राशन! नामिनी योजना की आड़ में बड़ा घोटाला, प्रशासन अब भी खामोश…”**राधे यादव(IRN.24…)*सूरजपुर/भैयाथान, 03 मई 2025। जिले में शासन की कल्याणकारी योजनाएं भ्रष्टाचार की आग में जल रही हैं। ग्राम पंचायत बड़सरा में राशन वितरण प्रणाली की पोल खुली है, जहां मृत व्यक्तियों के नाम पर फर्जी राशन कार्ड बनाकर महीनों से खाद्यान्न की लूट मची है। ग्रामीणों ने इस घपले पर आक्रोश जताते हुए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की गुहार लगाई है।*राशन दुकान में गड़बड़झाला: चना गायब, अंगूठा मौजूद*बड़सरा की राशन दुकान में खाद्यान्न वितरण का खेल चौंकाने वाला है। ग्रामीणों का आरोप है कि दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 तक का चना मार्च और अप्रैल में बांटा गया, लेकिन अप्रैल का चना देने की बजाय सिर्फ पौस मशीन पर अंगूठा लगवाया गया। नतीजा..? पांचवें माह का चना हजम, और हितग्राहियों को सिर्फ चार माह का चना मिला।*मृत आत्माओं के नाम पर राशन की हेराफेरी*ग्रामीणों की शिकायत में सामने आए मामले की हकीकत रोंगटे खड़े करने वाली है। मृतकों के नाम पर राशन कार्ड बनाकर खाद्यान्न उठाया जा रहा है।*देवमत का रहस्य:* बड़सरा की देवमत की मृत्यु 31 अक्टूबर 2020 को हो चुकी थी। फिर भी, जनवरी 2024 में उनके नाम पर राशन कार्ड बन गया और 16 माह से राशन उठाया जा रहा है।*मानकुंवर की कहानी:*एक अन्य महिला मानकुंवर, जो एक साल पहले दुनिया छोड़ चुकी हैं, उनका राशन कार्ड आज भी जिंदा है। उनके बेटे बाबूलाल के पास अलग राशन कार्ड होने के बावजूद, मृत मां के नाम से अंगूठा लगवाकर राशन हड़पा जा रहा है।*नामिनी योजना: भ्रष्टाचार का मास्टरस्ट्रोक*असमर्थ, बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए शुरू की गई नामिनी योजना अब भ्रष्टाचार का हथियार बन चुकी है। इसकी आड़ में फर्जी राशन कार्ड बनाकर खाद्यान्न की बंदरबांट हो रही है। ग्रामीणों को शक है कि इस खेल में राशन दुकान संचालक के साथ कुछ अधिकारियों की भी सांठगांठ है।*प्रशासन की खामोशी, ग्रामीणों* का गुस्सा……*इतनी बड़ी गड़बड़ी के बावजूद खाद्य विभाग और स्थानीय प्रशासन खामोश है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द जांच और कार्रवाई नहीं हुई, तो यह घोटाला और बड़ा रूप ले सकता है। उन्होंने जिला प्रशासन से मामले की गहन जांच और दोषियों को कठोर सजा देने की मांग की है।*सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भैयाथान जनपद क्षेत्र के अंतर्गत ऐसे कई ग्राम पंचायत में नॉमिनी के नाम से मृत व्यक्ति का राशन उठाओ कर रहे हैं.**आवाज उठाने वाले ग्रामीण*परमेश्वर यादव, रामनारायण यादव, चंद्रिका यादव, श्यामनारायण साहू, शिव कुमार गिरी, रामबली यादव, रामप्रकाश साहू, गोविंद साहू और अन्य ग्रामीणों ने इस घपले पर गुस्सा जाहिर किया है। वे चाहते हैं कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों को बख्शा न जाए।*अब क्या होगा…..?*ग्रामीणों ने एसडीएम से शिकायत की है, लेकिन कार्रवाई का इंतजार है। सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस लूट को रोक पाएगा, या यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा….? ग्रामीणों की मांग है कि राशन दुकान का लाइसेंस रद्द हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले।