विवेक तिवारी : छत्तीसगढ में तेंदुए के हमले में एक 8 साल के बच्चे की मौत हो गई। घटना के वक्त बच्चा अपने दोस्तों के साथ जंगल में फल तोड़ने गया था। इसी दौरान तेंदुए ने हमला कर दिया। तेंदुए ने अपने नाखूनों और दांतों से उसे बुरी तरह जख्मी कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। घटना नगरी के सड़कपारा मुकुंदपुर की है। दूसरे बच्चे भागकर गांव आए और लोगों को तेंदुए के हमले के बारे में जानकारी दी। लेकिन जब तक ग्रामीण जंगल में पहुंचे, तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी।
जानकारी के मुताबिक, बच्चे का नाम आशीष है। आशीष को गांव वाले फौरन नगरी के अस्पताल भी ले गए। मगर यहां डॉक्टर ने भी उसे मृत घोषित कर दिया। इस इलाके में पहली बार तेंदुए के हमले में किसी इंसान की मौत हुई है। वन विभाग की टीम ने अस्पताल जाकर बच्चे के परिजनों से बात की। पता चला कि गांव के कुछ लोग जंगल में सुबह लकड़ी लेने गए थे। इनके पीछे आशीष समेत 5-6 बच्चे भी जंगल चले गए थे। आशीष जंगल में मिलने वाला फल चार (जिसके बीज से चिरौंजी मिलती है) खाने लगा, इसी दौरान ये घटना हुई।
प्रशिक्षु वन अधिकारी और नगरी रेंज के SDO आलोक बाजपेयी ने बताया कि इस क्षेत्र में बीच-बीच में तेंदुए की जानकारी मिलती थी। यह पहली घटना है जब किसी इंसान पर तेंदुए ने हमला किया है। बच्चे के परिजनों को 6 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। DFO सतोविशा समाजदार ने लोगों से अपील की है कि गर्मी के दिनों में जंगली जानवर आक्रामक होते हैं और पानी की तलाश में वे निकलते हैं इसलिए ग्रामीण जंगलों की ओर न जाएं।