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सरगुजा के पूर्व कमिश्नर IAS जी आर चुरेंद्र की छवि धूमिल करने एक संगठित गिरोह काम कर रहा है।

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इसी तारतम्य में किसी विद्वान ने कहा है जब इंसान धर्म की उपस्थिति में इतना दुष्ट है तो धर्म की अनुपस्थिति में कितना दुष्ट होता?

रायपुर (डॉ प्रताप नारायण सिंह/IRN.24…) त्रेता युग में विश्व के सबसे बड़े ग्रंथ रामायण के अनुसार श्री हरि विष्णु के अवतार प्रभु राम लंका से रावण का वध करने के बाद जब माता सीता को लेकर अयोध्या पहुंचे तो कुछ लोगों ने भगवान राम और माता सीता पर भी आरोप लगा दिए परिणाम स्वरूप माता सीता को अयोध्या से बाहर निकाल दिया गया ठीक उसी तरह ही इस कलयुग में भी वैसे ही कुछ लोग मौजूद हैं, अर्थात जब भगवान राम और माता सीता को लोगों ने नहीं छोड़ा तो भला समाज सुधारक, सेवा भाव से काम करने सरगुजा कमिश्नर IAS जी आर चुरेंद्र भला कैसे अछूते रहेंगे। श्री चुरेंद्र ने बस्तर से लेकर रायपुर, दुर्ग और सरगुजा तक अपने सेवा कल के दौरान वो काम किया है जिसे स्वर्णिम अक्षरों में अंकित करने की जरूरत है।बतौर एसडीएम रहते उन्होंने बस्तर संभाग में जो आज भी नक्सली प्रभावित है वहां सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाया वह भी कमाल की युक्ति के साथ क्योंकि परिवारों में सबसे ज्यादा उत्साह का समय वैवाहिक आयोजनों का होता है,, और विवाह मानव जीवन में एक महत्वपूर्ण संस्कार भी माना जाता है। वर्तमान में विवाह आयोजनों पर हो रहे फिजूल खर्ची, दहेज प्रथा पर अंकुश लगाने, नशाखोरी को रोकने और सामाजिक समरसता, ढूकू प्रथा जैसी कुरीतियों को रोकने के लक्ष्य के साथ उन्होंने समाज के लोगों को आर्थिक तथा सामाजिक आजादी के उद्देश्य के साथ ही बेहतरीन तरीके से सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य सफलतापूर्वक किया।

अपने सेवा निवृत्ति के पूर्व महीने भर उन्होंने संभाग के कई विकास खंडों में अधिकारी कर्मचारी समन्वय बैठक की तथा सरकार की नीतियों को अमल में लाने सफल प्रयास किया । उनके सेवानिवृत्ति पश्चात् कुछ लोग जो एक संगठित गिरोह के हैं श्री चुरेंद्र को बदनाम करने में भीड़ गए हमारी पड़ताल में यह तथ्य सामने आए हैं कि ऐसे लोग कई कार्य दबाव डालकर करना चाहते थे जिसे पूर्व संभाग आयुक्त श्री चुरेंद्र ने नहीं किया, इससे पूर्व भी कई कमिश्नर हुए जिन्होंने अपने रिटायरमेंट पेंडिंग फाइलों को निपटाया जो की किसी भी आयुक्त के अधिकार और सेवा अधिनियम में भी लिखा होता की पुरानी और पेंडिंग फाइलों को निपटाना है सरकार का भी यही निर्देश होता है।दरअसल हमारी जानकारी के अनुसार श्री चुरेंद्र को उनके अनुभव और कार्यशैली की वजह से सरकार उपयोग कर सकती है इसलिए भी उनकी छवि धूमिल करने एक संगठित गिरोह काम कर रहा है जो बहुत बड़े जांच का विषय है।हमारी यह मुहिम लगातार जारी रहेगी और कोशिश रहेगी कि हम ऐसे संगठित गिरोह का खुलासा कर पाए जो श्री जी आर चुरेंद्र की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।

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