नई लाइन बिछाने के काम के दौरान ठेकेदार को विभाग से बिना अनुमति का काम कैसे चालू था बिना परमिट 11केवी में बिजली कैसे चालू हुई… ये अभी भी बड़ा सवाल है
राधे यादव(IRN.24…✍🏻)
सूरजपुर/भटगांवIRN.24… बिजली का करंट लगने के कारण एक ठेका मजदूर की मृत्यु हो गई। ठेकेदार पर लापरवाही पूर्वक मज़दूरों से कार्य कराने का आरोप लग रहा है, लेकिन जितनी बड़ी जिम्मेदार ठेकेदार की है उतनी ही बड़ी जिम्मेदारी बिजली विभाग के प्रमुख अफसर की क्यों नहीं जहां बिजली की नई लाइन विस्तार पर अचानक करंट कैसे चालू हो जाता है, किसके परमिट, किसके आदेश पर नई लाइन विस्तार पर करंट चालू किया गया था जहा ठेका मजदूर को काम करने के लिए बिजली के पोल पर ही चढ़ा दिया गया जहां मजदूर को करंट लगने से मौत हो जाती है तो क्या बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर प्रशासन की नजर पड़ेगी जिससे ठेका मजदूर को न्याय मिल सके ?जानकारी के अनुसार किशुन कुमार पिता राम प्रसाद 20 वर्ष निवासी बिसाही पोड़ी ठेकेदार के अंदर में विद्युत का कार्य 3-4 महीने से कर रहा था। रोज की तरह वह गुरुवार को अपने काम पर गया था। शाम को करीब 6 बजे फोन से किशुन के स्वजनों को सूचना दी गई की किशुन को करंट लग गया है। स्वजन घटनास्थल पहुंचे तो उसे एसईसीएल अस्पताल ले गए थे। एसईसीएल अस्पताल भटगांव में किशुन की मृत्यु हो चुकी थी।बताया जा रहा है कि किशुन बिजली के पोल पर चढ़कर कार्य करता था। क्षेत्र में ठेकेदार द्वारा विद्युत विस्थापन का कार्य कराया जा रहा है, जिसमें किशुन भी ठेका मजदूर के रूप में कार्य कर रहा था। घटना दिवस भी किशुन कार्य पर गया था। शाम को उसे जोरदार करंट का झटका लगा था। घटना के बाद आरोप लग रहा है कि अकुशल मज़दूरों से सुरक्षा उपकरणों के अभाव में ठेकेदारों द्वारा क्षेत्र में कार्य कराया जाता है, जिससे उनका जीवन खतरे में पड़ रहा है। ऐसे ठेकेदारों पर कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटना न हो।बिजली कंपनी के नियम के अनुसार, नई लाइन बिछाने के काम के दौरान ठेकेदार को विभाग से अनुमति (परमिट) लेनी होती है. लेकिन बिना काम पूरा किए बिजली कैसे चालू हुई… ये अभी भी बड़ा सवाल है।क्षेत्र वासियों का आरोप है कि यह हादसा बिजली विभाग के कर्मचारियों और ठेकेदार आर पी जायसवाल की लापरवाही के कारण हुआ। ठेका मजदूर किशुन कुमार पिता राम प्रसाद 20 वर्ष निवासी बिसाही पोड़ी की मौत बिजली विभाग जेई, सब स्टेशन ऑपरेटर व अन्य जिम्मेदार अधिकारी की गलती से बिजली सप्लाई चालू हुई… जिससे ठेका मजदूर की जान गई. परिजनों और क्षेत्र वासियों ने दोषियों पर सख्त कार्यवाही की मांग की है।मृतक परिवार ने बताया कि उनका बेटा और अन्य लोग ठेकेदार आर पी जायसवाल के अधीन काम कर रहे थे। काम के दौरान अचानक बिजली चालू हो गई, जिससे कर्मचारी करंट की चपेट में आ गए और मृत्यु हो गई।इसमें बड़ा सवाल यह है कि आखिर बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने बिना सेफ्टी किट के उक्त युवक को और बिना परमिशन लिए बिजली के तरंगित तार को जोड़ने हेतु उक्त युवक को क्यों पोल पर चढ़ाया ठेकेदार को इतनी भी क्या जल्दी थी कि उसने युवक को रात के अंधेरे में ही काम करने हेतु मजबूर किया आखिर विभाग व ठेकेदार के द्वारा इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई की एक चालू तार के खंभे में युवक को अंधेरे में ही चढ़ा दिया।क्या संबंधित बिजली विभाग के जेई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है ?, क्या बिजली से शटडाउन लिया गया था ?, कार्य पूरा होने से पहले ही जेई एवं अन्य कर्मचारियों ने विद्युत लाइन चालू कर दी और ठेका मजदूर की मृत्यु हुई है।बरहाल ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज हो गया है अब इंतजार यह है कि क्या निष्पक्ष जांच किया जाएगा, क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिल पायेगा या फिर यह एक सवाल ही बन कर रह जाएगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।