IRN.24- महेश कुमार
सूरजपुर – जिले के ग्राम सोहागपुर रेड नदी के तट में रेत माफियाओं का कारोबार धड़ल्ले से फल फूल रहा है।रेत माफियाओं की दबंगई के आगे प्रशासन बेबस नजर आ रहा है। सोहागपुर से जिला मुख्यालय की दूरी लगभग 7 किलोमीटर, चौकी करंजी की दूरी लगभग 3 किलोमीटर इसके बावजूद भी रेत माफियाओं द्वारा रेत उत्खनन का कार्य प्रशासन की नाक के नीचे से किया जा रहा है। रेत उत्खनन का कार्य कई वर्षों से लगातार किया जा रहा है। रेत माफियाओं द्वारा भोर के 3:00 बजे से रेत उत्खनन चालू होकर पूरा दिन भर किया जाता है।गाड़ियों के तेज रफ्तार से गुजरने के कारण गांव की गलियों में बच्चो का स्कूल जाने-आने के समय में दुर्घटना का भय बना रहता है। फिर भी यह जानकारी प्रशासन के कानों तक क्यों नहीं पहुंचती।
आखिर क्यों
विचारणीय बिंदु
क्या प्रशासन की देखरेख में रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। या पुलिस प्रशासन की देखरेख में रेत का परिवहन किया जा रहा है। नदियों से रेत निकालकर बड़े शहरों में मोटी रकम में रेत का कारोबार किया जा रहा है। यह तो देखने वाली बात है की प्रशासन कुंभकरण की नींद से कब जागती है। और इन रेत माफियाओं पर कब कारवाई होगी।खनिज विभाग रेत माफियाओं पर कार्यवाही करने के नाम पर डरती क्यों है। क्या इन रेत माफियाओं के ऊपर नेताओं या फिर अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है।