भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहें जनपद के इंजीनियर और एसडीओ ठेकेदार को कर रहे माला माल, जनपद के इन लोगों को सेट कर बनाई भ्रष्टाचार की पुलिया…
सूरजपुर-IRN.24
सूरजपुर / जिले के प्रेमनगर जनपद पंचायत के के इंजिनियर, एसडीओ जनपद क्षेत्र के अंतर्गत समस्त ग्राम पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्यों में खुलेआम अनिमित्ता करने का निर्माण एजेंसी को संरक्षण देकर रखे हुए है। इसके एवज में समस्त कार्यों में उपयंत्री व एसडीईओ द्वारा खुलेआम ठेकेदारों से 6-7 प्रतिशत की कमीशन की मांग की जा रही है। और निर्माण एजेसी द्वारा मनमानी तरीके से कार्य करा कर आर्थिक लाभ होने से ठेकेदार व अफसरों की मौज है।इसी कड़ी में प्रेमनगर विकास खंड के ग्राम पंचायत नमना के लाली पारा मोहल्ले में जनपद पंचायत द्वारा समग्र विकास योजना के तहत करीब 5 लाख की लागत से पुल का निर्माण कराया जा रहा है। शासन के तय नियमों को ताक में रख कर ठेकेदार द्वारा मनमाफिक निर्माण कराया जा रहा है। जिसकी शिकायत स्थानीय ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर को शिकायत पत्र देकर पुलिया के जांच कराने की मांग की हैग्रामीणों का आरोप है कि उक्त पुलिया के नीव की खुदाई नही की गई है और ना ही इसमें 20 एमएम का गिट्टी का ढलाई भी नही किया गया है। बल्कि इसके बदले में बड़े बड़े बोल्डर को डाल दिया गया है तो वहीं स्टीमेट के अनुकूल सरिया, गिट्टी, सीमेंट रेत का सही मिश्रण नही किया गया है। जिसके संबंध में स्थानीय ग्रामीणों गुणवता युक्त पुलिया के निर्माण के लिए ग्राम के ठेकेदार से मांग की गई थी। जिसके बाद भी स्टिमेंट को दरकिनार आनन फानंन में कार्य पूर्ण करा लिया गया है।
पुलिया निर्माण में हुआ भ्रष्टाचार, नियम विरुद्ध तरीके से हुई निर्माण.*
इजिनियर, एसडीईओ ठेकेदारों पर मेहरबान, लेते है 6 -7 प्रतिशत कमीशन सूत्र.*
ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत जिम्मेदारो पर की कार्यवाही की मांग.
स्थानीय ग्रामीणों द्वारा जनपद पंचायत एसडीईओ और इंजिनियर से मौखिक शिकायत कर वस्तु स्थिति से अवगत कराया गया था। जिसके बाद भी इनके कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। स्थिति ये है कि शिकायत के बाद भी ठेकेदार द्वारा आन फानन में आचार संहिता में विधान सभा चुनाव के दौरान कार्य पूर्ण करा दिया गया है। पुलिया निर्माण के दौरान एक दफा भी इंजिनियर, एसडीओ जांच करने कभी नही आए थे। उक्त पुलिया में एक तिहाई से भी कमर लागत में पुल का निर्माण करा दिया गया है। जबकि इस मार्ग में पाईप पुलिया की आवश्यता थी। जिसके बाद लाखो की लागत से पुलिया का निर्माण कराया गया है। इस स्थान पर पुलिया के संबंध में सूचना पटल तक नही लगाया गया है। जिससे स्पष्ट होता है कि किस स्तर का पुलिया का निर्माण कराया गया है।ग्रामीणों द्वारा दिए शिकायत में पुलिया की जांच अन्य विकास खंड के तकनीकी विशेषज्ञ से कराने और लापरवाही बरतने वाले जनपद के इंजिनियर, एसडीयो पर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की मांग की है।