हिमांशु दास सूरजपुर- परमिला सिंह से बात करने पर बताया कि मेरे पति देव सिंह और भाई को सपने में 1 हफ्ते से देवी मां दिखाई दे रही थी पर हम विश्वास नहीं हो रहा था। हमारे यहां सावन महीना के दिन पति देव सिंह ने बोला कि तुम लोग सो रहे हो, घर में माता विराजमान हुई है। हम लोगों ने आंगन में जाकर देखा, तो उसमे दरार पड़ गया था। पानी डालने पर उसमें से एक मूर्ति निकल आई जिसे कुदरगढ़ी मां बताई जा रही है। उसे उसी जगह पर विराजमान कर दिया गया और एक सप्ताह बाद भाई और पति को सपना आने लगा। उन्होंने बताया कि सपने में माता कह रही है कि आम की बगीचा कहां है? कृष्णा जन्माष्टमी के दिन पूरे गांव वालो को लेकर आम बगीचा के पास गए जहां खुदाई करने पर एक माता की मूर्ति निकली है जिसे लोग सती माता की मूर्ति कह रहे हैं। वही वार्ड वासियों से बात करने पर पता चला है कि पहले तो मोहल्ले वालों को कहना था कि यह पैसा कमाने के लिए कहीं से मूर्ति लाकर यहां विराजमान कर दी है और मनचाही कहानी लोगों को सुना रहे हैं, लेकिन आज हम सभी के सामने अमरैया में पूजा पाठ एवं हवन कर खुदाई किया गया तो कुदरगढ़ी माता की बहन सती माता की मूर्ति वहां प्रकट हुई है। इन सभी की आस्था और ज्यादा बढ़ गई है। इनको अंधविश्वास कहें या आस्था कहे। पर लोग पूजा पाठ करने में लगे हैं।