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कलेक्टर ने डीईओ, बीईओ एवं मण्डल संयोजक की ली बैठक
जाति प्रमाण पत्र बनाने हो प्राथमिकता … कलेक्टर

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सूरजपुर -मोहिबुल हसन (लोलो)…… कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा ने आज जिला कलेक्टोरेट सभा कक्ष में जिला शिक्षा अधिकारी सहित विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य, बीईओ और एसी ट्राइबल की बैठक ली। जिला शिक्षा अधिकारी ने जिले में संचालित शासकीय शालाएं कक्षा 1 लीं से 12 वीं तक की जानकारी दी। जिसमें विकासखण्ड भैयाथान, ओड़गी, प्रतापपुर, प्रेमनगर, रामानुजनगर तथा सूरजपुर में प्राथमिक शाला, उच्च प्राथमिक शाला, हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी 2085 स्कूल है। इसी प्रकार जिले के शासकीय स्कूलों में सभी विकासखण्डों को मिलाकर शिक्षकों की संख्या 6584 है। जिले के शासकीय शालाआंे में दर्ज संख्या लगभग 131562 है। इसी प्रकार जिले में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय भैयाथान, ओड़गी, प्रतापपुर, प्रेमनगर तथा सूरजपुर मंे संचालित है। सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय 100 सीटर है। वर्ष 2020-21 गणवेश वितरण की जानकारी दी वहीं 2021-22 निःशुल्क पाठ्यपुस्तक वितरण की भी जानकारी दी। कोरोना काल में पढ़ई तुंहर दुआर 2.0 के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया गया। जिला स्तरीय कबाड़ से जुगाड़ कार्यशाला का आयोजन शासकीय आदर्श बालक उ.मा.वि. सूरजपुर के प्रांगण में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए किया गया जिसमें समस्त छः विकासखण्डों से 50 शिक्षक, शिक्षिकाओं एवं विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
कलेक्टर ने सभी बीआरसी, बीईओ, मंडल संयोजक स्कूल खुलने से पहले मध्यान्ह भोजन हेतु प्रारुप तैयार कर स्व सहायता समूहों की महिलाओं से खाद्य सामग्री क्रय करने सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी को विकासखंड मुख्यालयों में सरस्वती साइकिल योजना वितरण लंबित न होने की जानकारी ली जिस पर डीईओ ने सभी जगह साइकल वितरण होने जानकारी दी। उन्होने समस्त बीईओ को निर्देशित करते हुए कहा कि एसडीएम

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, तहसीलदार एवं पटवारी आपस में समन्वय बनाकर जिन बच्चों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पाया उनका कैम्प लगाकर बनाने सुनिश्चित करने कहा। साथ ही कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को रोस्टर बनाकर शिक्षकों की नियमित जांच करने के निर्देश दिये।
बैठक में डीएमसी ने बताया कि जिले में स्थापित सभी 242 संकुलों में पीएलसी का गठन कर लिया गया है जिसके माध्यम से संकुल स्तर पर संचालित समस्त शालाओं में आने वाली अकादमिक कठिनाईयों को प्रत्येक शनिवार को होने वाले संकुल बैठक सह प्रशिक्षण में निराकृत किया जाएगा। संकुल व्यवस्था अंतर्गत प्रत्येक 10 संकुल में एक नोडल प्राचार्य होंगें। नवा जतन कार्यक्रम के तहत जिले के सभी 242 संकुल स्त्रोत समन्वयकों एवं वहां के पीएलसी को प्राथमिक शालाओं के बच्चों के आधारभूत साक्षरता एवं गणितिय ज्ञान के विकास हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। बच्चों में भाषाई कौशल के विकास के लिये सौ दिन सौ कहानियों का कार्यक्रम सम्पन्न कराया जा सका है।
उन्होने बताया कि सभी विषयों के पृथक-पृथक विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिमाह रखे जाएंगे। जिसका निर्धारण जिला स्तर से किया जायेगा। उन्होंने कक्षा 1 से 12 तक के छात्र-छात्राओं के संर्वागिण विकास हेतु लक्ष्य निर्धारित करते हुए उनके संस्कारों के विकास के लिए संस्कार की शिक्षा, अन्तर्निहित गुणों का विकास एवं ज्ञानात्मक विकास के लिए ज्ञानात्मक शिक्षा की विशेष योजना तैयार की भी बात कहीं। उन्होने सभी प्राचार्यों को शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन संबंधी विशेष निर्देश प्रदान करते हुए छात्र-छात्राओं के अध्ययन अध्यापन के संबंध में भी चर्चा की।
एसी ट्राईबल के. विश्वनाथ रेड्डी ने जिले में संचालित छात्रावास, आश्रमों की संख्यात्मक जानकारी एवं छात्रावास, आश्रम में से भवन युक्त एवं भवन विहिन तथा जिले में संचालित भवन विहिन आश्रमों की सूची से अवगत कराया। आदिवासी संस्कृति परिरक्षण एवं विकास योजना अंतर्गत संचालित देवगुड़ी मरम्मत की जानकारी दी तथा आदिवासी सांस्कृतिक दलों की जानकारी दी। वन अधिकार अधिनियम अंतर्गत व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र, सामुदायिक वन अधिकार पत्र तथा सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र की जानकारी दी। इसके साथ अल्पसंख्यक प्री. मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक, मेरिट कम मीन्स छात्रवृत्ति तथा पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति ऑनलाइन की भी जानकारी दी।

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