सुरजपुर-मोहिबुल हसन(लोलो)….. :- गांव के विकास के लिए अच्छी शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था, बिजली, पानी, सड़क, नाली, जैसे जरूरी साधन जरूरी है जिसको लेकर ग्राम पंचायत चाचीडांड़ के हल्का 05 मे पदस्त अजित अग्रवाल लगभग 7
,8 वर्षो से पदस्त रहकर नक्शा मे तृर्टी बडी चालाकी पूर्वक कर दुधनाथ यादव की निस्तारी शासकीय मत की भूमी खसरा नं. 353/2 रक्बा 0.21 हे. भूमि पर पैसा लेकर गडबडी कर चाचिडाड निवासी जिरबोधन पिता फैउदार के नाम नक्शा कट कर पट्टे की भूमि मे सामिल कर दिया जिसमे चाचिडाड तहसीलदार राधेश्याम तिर्की भी सामिल कर सहयोग किया जो आज दिनांक 30 /4/2022 को सरपंच व अपने सहयोगीयों को लेकर निस्तारी का झुठा ढाहस देकर पोटल पर खबर प्रकासित करवा रहा है तथा आज के डेट पर चाचिडाड हल्का मे पद्स्त नही है फिरभी तहसीलदार से मिलकर अपना कलम बचाना चाहता है जब की सुरजपुर कलेक्टर, अम्बिकापुर कमिश्नर , व एस.डी.एम. से कई बार दुधनाथ यादव द्वारा गुहार लगाया गया पर कोई सुनवाई नही हुई।और आज जैसे ही तहसीलदार व पटवारी को पता चला की CM साहब का दौरा है निस्तारी के लिए सामने को छोड कर पीछे 4 किलोमीटर घुमा कर निस्तारी के लिए रोड दिया जा रहा है तथा उस पर भी बाधा जब दूसरे की पट्टे की भूमि है और व देने को तैयार नहीं है वर्तमान के लिए दिलासा देते हुए रास्ते का निस्तारी के लिए निकाला जा रहा है पर दूधनाथ यादव उससे संतुष्ट नहीं है दूधनाथ का कहना है कि मुझे सामने से रास्ता दिया जाए क्योंकि सामने शासकीय भूमि है जो पटवारी अजीत अग्रवाल के द्वारा नक्शा में फेरबदल किया गया है 2020 में पटवारी अजीत अग्रवाल के द्वारा नक्शा मे छेड-छाड कर शासकीय मत की भूमि मे सामिल किया है ,व आज अपने जुंबा में कह रहा है कि सन 84 में जिर बोधन को पट्टा मिला है इससे साफ जाहिर होता है की पटवारी पैसा लेकर नक्शा में फेरबदल किया है जबकि वास्तव स्थिति यह है की संन 2020 मे खुद से पटवारी नंक्शा काटता है शासकिय मध की भूमी और आज पट्टे की वास्तविक्ता में श्रीमान कलेक्टर महोदय के यहां रास्ते व निस्तारी के लिए प्रकरण चल रहा है पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है, सूरजपुर कलेक्टर साहब के यहां से आदेश होने पर प्रतापपुर एसडीएम के द्वारा मौका जांच के लिए उसी पटवारी व आर आई तहसीलदार को निर्दसित किया जाता है जो नक्शे में हेरा फेरी किये हैं व क्या जांच करेंगे यथावत जांच कर न्यायालय में पेश कर देते हैं