कई तरह की अफवाहों पर लगेगा विराम हर पहलू को खंगालेगी एसआईटी की टीम
सूरजपुर /रायपुर (डॉ प्रताप नारायण सिंह) प्रदेश में सूरजपुर जिले के कोयलांचल जरही- भटगांव में एक छात्रा की बलात्कार एवं फांसी पर लटका कर की गई जघन्य हत्या ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। देश की राजधानी दिल्ली में एक ऐसी ही घटना जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था जिसमें पीड़िता का काल्पनिक नाम निर्भया के नाम से लोग जानते हैं। देश के सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों की बात की जाए तो किसी भी महिला के साथ यदि अनाचार जैसी घटना होती है तो उसका नाम कभी भी कानून या मीडिया उजागर नहीं कर सकती। किंतु बड़े नेताओं के साथ साथ कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बाद बच हुए लोगों ने कानून की सारी हदों को पार करते हुए इस निर्मम हत्या कांड के बाद जो अपना चाल चरित्र और चेहरा पेश किया बेहद दुखद है। जिस किसी ने पाया पुलिस को गालियां दी इस जघन्य अपराध की बलिवेदी पर चढ़ने वाली उस छात्रा का नाम खुले मंच पर लोगों ने लिया यहां तक की पूर्व मंत्री तथा कई दिग्गजों ने इस निर्भया को 17 वर्ष का बताया दस्तावेजों के हिसाब से जिसकी उम्र घटना दिनांक के दिन 18 वर्ष 9 महीने हैं, भारत में रहकर यहां के संविधान और कानून को ना जानने वाले कुछ लोगों ने कहा कि आरोपी को सरेआम पुलिस चौक पर लेकर आए और आग लगा दे या फांसी पर लटका दे। इस जघन्य घटनाक्रम की जांच कर रही पुलिस की जांच को भी कुछ लोगों ने खासा प्रभावित करके रखा है सोशल मीडिया पर लोग इस जघन्य हत्याकांड को लेकर कई तरह का भ्रम फैला रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ लोग तो अपनी अशिक्षा का खुला प्रदर्शन कर रहे हैं तरह तरह की बातें कि आरोपी एक से अधिक हैं या बाबा खान अकेले कैसे छात्रा के शव को फांसी पर टांग सकता है इंस्टाग्राम में तो यहां तक कमेंट कर रहे हैं कि आरोपी चार लोग थे ऐसा लग रहा है कि ऐसे छिल्टे लोग ही विवेचना कर रहे हैं पुलिस नहीं।
कैंडल मार्च के दूसरे दिन मृतक छात्रा के पिता की भी मौत हो गई तरह-तरह के बेबुनियाद तथ्यों को उठाना निश्चित ही दुर्भाग्यपूर्ण है जो पुलिस की जांच की रफ्तार को धीमा कर रही। गत 26 मार्च को कैंडल मार्च शोक सभा जो वाराणसी मुख्य मार्ग के जरिए चौक पर आयोजित की गई उस दौरान की गई पीड़ित छात्रा की मौत पर राजनीति ने तो सारी हदें ही पार कर दी, शोक सभा की सूचना सभी को थी, यहां तक कि पुलिस को भी किंतु बाहर से आए कुछ तथाकथित राजनेता कहे जाने वाले लोगों ने इस मुख्य मार्ग को ही जाम कर दिया उन्हें उस वक्त तक नहीं पता था कि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर संबंधित सभी धाराओं के अनुरूप कार्रवाई करते हुए न्यायालय भेज दिया है, भटगांव पुलिस हाय हाय भूपेश बघेल हाय हाय के नारों से अपनी प्रतिभा प्रस्तुत कर रहे थे।
पुलिस द्वारा जब ऐसे आंदोलनकारियों में से कुछ को मामले में पुलिस का साथ देने तथा घटना के संबंध में बयान लेने के लिए बुलाया तो ऐसे समाज के ठेकेदार गायब हो गए।
इन्हीं सब बातों को पुलिस के आला अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार की मंशानुरूप विशेष जांच टीम का गठन किया है ताकि मामले में हर पहलुओं पर सूक्ष्मता से विवेचना करते हुए आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिला सके इस विशेष जांच दल में जिले के तेजतर्रार पुलिस अधिकारियों तथा कर्मचारियों को शामिल किया गया है। एसआईटी ने भी लोगों से अपील की है कि वह भ्रामक पोस्ट तथा अफवाहों से बचें और जांच में सहयोग करें तभी हम इस निर्भया हत्याकांड में दोषी को कठोरतम सजा दिलाने में सफल होंगे।