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क्या छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल को मिल सकती है कांग्रेस में अहम जिम्मेदारी?

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रायपुर । हाल ही में हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद एक बार फिर से कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है। पार्टी के अधिकांश नेता मानते हैं कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को एक बार फिर से पार्टी की कमान संभाल लेनी चाहिए। इन सबके बीच प्रियंका गांधी के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भी पार्टी कार्यकर्ताओं की नजर टिकी हुई है। चर्चा इस बात को देखकर भी हो रही है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहते हुए भी कांग्रेस पार्टी भूपेश बघेल को राष्ट्रीय स्तर पर कोई बड़ा पद दे सकती है।

चर्चाओं का बाजार गर्म , भूपेश बघेल को बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है कांग्रेस
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस समय गांधी परिवार के सबसे करीबी नेताओं में से एक हैं। सब ने देखा है कि उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान भूपेश बघेल प्रियंका गांधी के सबसे विश्वसनीय नेता के तौर पर कदम कदम पर उनके साथ चलते हुए दिखाई दिए थे। यह कहना अतिश्योक्ति नही होगा कि इस समय भूपेश बघेल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए उपयुक्त माने जाने वाले नेताओं में शामिल हैं। बघेल को कांग्रेस पार्टी संगठन में जल्द ही कोई बड़ा पद दे सकती है, इस बात की चर्चा छत्तीसगढ़ विधानसभा से लेकर सड़कों तक हो रही है।

हाल ही में छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेताओ के बीच चल रहे हास परिहास के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता अजय चंद्राकर ने कहा था कि कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए भूपेश बघेल का नाम चल रहा है। सीएम भूपेश ने चन्द्राकर की बातों को हंसी में टालते हुए कहा था कि आपके कहने से ये हो जाएगा, ऐसा नही है। भूपेश बघेल व्यक्तिगत तौर पर शुरू से राहुल गांधी को अध्यक्ष पद के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति मानते आ रहे हैं उन्होंने कई बार इस बात का उल्लेख किया है कि राहुल गांधी को एक बार फिर से कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाल लेनी चाहिए। हालांकि वे प्रियंका गांधी की नेतृत्व क्षमता की भी खुलकर तारीफ करते हैं।

शानदार लीडरशिप के लिए जाने जाते है भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय राजनीति में अपनी एक अलग जगह बना ली है और पिछले 3 सालों में गांधी परिवार के बेहद करीब पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि अगर गांधी परिवार किसी नेता पर आंख मूंदकर विश्वास करता है तो वह भूपेश बघेल ही हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद हुए हर चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने भूपेश बघेल को स्टार प्रचारक के तौर पर मैदान में उतारा, तो वहीं कई राज्यों में चुनावी प्रबंधन करने की जिम्मेदारी भी दी।
बघेल के पास असम और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वरिष्ठ पर्यवेक्षक के तौर पर पार्टी को मजबूती देने का अनुभव भी है। भले ही कांग्रेस को चुनावी मैदान में सफलता अर्जित ना हुई हो फिर भी इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दौरान अपनी कार्यशैली से सभी को प्रभावित किया है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी बघेल की कार्यशैली की सराहना कर चुके हैं।

G-23 के खिलाफ भी बोलने से नहीं चूकते
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के समूह जी -23 ने भले ही कांग्रेस में गांधी परिवार से अलग नेतृत्व परिवर्तन को लेकर मुहिम छेड़ दी है, लेकिन भूपेश गांधी परिवार के पक्ष में खड़े हुए हैं। बघेल शुरू से यह कहते आ रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से देश में मजबूती के साथ उभरेगी। उनका मानना है कि राहुल गांधी पार्टी को मजबूत दिशा दे सकते हैं। कांग्रेस पार्टी के अंदर गांधी परिवार के विरोधी में बन रहे माहौल पर भी वह खुलकर बोलने से नही चूकते। हाल ही में 5 राज्यों के चुनाव परिणाम को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के बयान पर भी बघेल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।

सियासी प्रबंधन है कमाल का, किसान पुत्र के तौर पर बनाई पहचान
छत्तीसगढ़ में 15 साल तक लगातार भाजपा की सरकार रही 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के पास भाजपा को सत्ता से बेदखल करने की बड़ी चुनौती थी, लेकिन भूपेश बघेल ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए ना केवल पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट किया बल्कि पार्टी विरोधी गतिविधि चलाने वाले वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ भी बिना डरे एक्शन लिया था। बघेल देश में एक किसान पुत्र होने के साथ ही ओबीसी वर्ग के आइकॉन भी बन चुके हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता इतनी कमाल की है कि हाल ही में छत्तीसगढ़ कांग्रेस में कथित तौर पर मचे ढाई-ढाई साल के फार्मूले के शोर को उन्होंने अपने शानदार प्रबंधन के चलते शांत कर दिया था।

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