सूरजपुर। जिले के ग्राम पंचायत दरहोरा में इस वर्ष गणेश उत्सव का आयोजन बेहद भव्य और ऐतिहासिक रहा। सार्वजनिक गणेश पूजन समिति एवं समस्त युवा संगठन दरहोरा की अगुवाई में गणेश पूजा का आयोजन धूमधाम से किया गया। मंगलवार, 02 सितम्बर 2025 को हुए इस धार्मिक आयोजन में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
गांव के मध्य में बने पंडाल को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। रंग-बिरंगी झालरों, फूलों की मालाओं और विद्युत लाइटिंग से पूरे स्थल को जगमग कर दिया गया था। भगवान गणेश की भव्य प्रतिमा को सुंदर श्रृंगार कर विराजमान किया गया, जहां भक्तगण लगातार दर्शन और आरती में शामिल होते रहे।
भक्तिमय माहौल और भव्य भंडारा
पूजा-अर्चना और आरती के पश्चात समिति की ओर से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के हजारों श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर प्रसाद ग्रहण किया। गांव से लेकर आसपास के ग्रामीण अंचलों के लोग भी इस धार्मिक आयोजन में शामिल हुए। महिला मंडल ने प्रसाद वितरण और भजन-कीर्तन में सक्रिय भागीदारी निभाई। पूरे दिन गांव का वातावरण भक्तिमय और उत्सवी बना रहा।
युवाओं की रही अहम भूमिका
पूरे आयोजन में दरहोरा गांव के युवाओं ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई। मंच सज्जा, साफ-सफाई, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था, भोजन वितरण से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक की जिम्मेदारी युवाओं ने बखूबी निभाई।
समिति के प्रमुख सदस्य रहे –
अभिनव राजवाड़े, उदित राजवाड़े, पिंटू, सृजन, उमेश, मनोज, सुरेश, अरुण, संजीव, भानु, प्रिंस, अनुराग, राहुल, सत्येंद्र, आकाश, भुवनेश्वर, संतलाल, रिशु, प्रियांशु, बबन, ओमप्रकाश, गोलू, लक्ष्मण, सुजीत, जुगेश और आयांश।
इन सभी ने मिलकर यह साबित कर दिया कि जब युवा समाज के कार्य में आगे आते हैं, तो किसी भी आयोजन को सफल बनाना कठिन नहीं होता।
गांव के लोगों ने की सराहना
गांव के वरिष्ठ नागरिकों और पंचायत प्रतिनिधियों ने इस आयोजन की मुक्तकंठ से सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे धार्मिक कार्यक्रम न केवल गांव की संस्कृति और परंपरा को जीवित रखते हैं, बल्कि युवाओं को समाजसेवा और एकता का भी संदेश देते हैं।
गणेश जी से समृद्धि की कामना
भक्तों ने गणपति बप्पा से सुख-समृद्धि, शांति और गांव की उन्नति की कामना की। आयोजन का समापन महाआरती और भजन-कीर्तन के साथ हुआ, जिसमें सभी श्रद्धालु भावविभोर होकर शामिल हुए।
गणेश पूजा के अवसर पर दरहोरा गांव एकता, आस्था और उत्सव का जीवंत प्रतीक बन गया।