सूरजपुर/प्रतापपुर/IRN.24…प्रतापपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत सर्किल सोनगरा में बीती रात हाथियों के दल से अलग रह रहे दतेल ने सारसताल सोनगरा में एक पचपन वर्षीय व्यक्ति को बुरी तरह कुचल दिया जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गया, मृतक का शव कई टुकड़े ने बरामद किया गया है। बीती रात गजदल मोहनपुर झपरा जंगल से निकलकर सोनगरा के सारसताल पारा में आ गया था रात आठ बजे के लगभग ग्रामीण फ़ुलसाय पिता हीरामन उम्र 55 वर्ष जाती रजवार अपने बेटे के घर से खाना खा कर वापस अपने घर सोने के लिए आ रहा था तो उसी समय दल से अलग भ्रमण कर रहा दतेल से उसका सामना हो गया दतेल ने उसे दौड़ा कर पकड़ लिया एवं उठा कर पटक पटक कर उसकी जान ले ली मृतक का शव कई टुकड़ों में बट गया था जिसे वन विभाग की टीम द्वारा रात में ही एकत्र कर शव परीक्षण हेतु ले जाने की तैयारी कर ली थी परंतु ग्रामीणों के विरोध के कारण शव को रात में नहीं उठाया जा सका ।सुबह परिजन एवं ग्राम के ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा ग्रामीणों ने शव को बनारस मुख्य मार्ग पर रखकर चक्का जाम कर दिया जो एक घंटे से भी ज्यादा समय तक बना रहा,मुख्य मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई ।चक्का जाम खुलवाने अनुविभागीय दंडाधिकारी ललिता भगत सहित भटगांव थाना प्रभारी दल बल के साथ पहुंच गए एवं ग्रामीणों को समझने लगे रहे, परंतु बिजली रात में गुल रहने की शिकायत कर विरोध कर ग्रामीण अड़े रहे अंत में बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारीयो के आने पर ग्रामीण चर्चा कर जाम को हटाया एवं भविष्य में बिजली कटौती नहीं करने की मांग किए ।ग्रामीणों ने एक स्वर में आरोप लगाया है कि हाथी क्षेत्र में आते ही बिजली गुल कर दी जाती है जिससे पूरे क्षेत्र में अंधेरा हो जाता हैं ग्रामीणों को पूरी रात दहशत में अंधेरा में गुजरना पड़ता हैं एवं हाथी अंधेरा होने के कारण घर तक आ जा रहे हैं।ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग के अधिकारी कहते है कि हम लाईट नहीं कटवाते तो फिर रात भर लाइट कैसे गुल रहती हैं सुबह होते ही लाइट चालू हों जाता हैं बीती रात भी ऐसा ही हुआ था जिससे ग्रामीण नाराज है । ग्रामीणों ने बताया कि बिजली लाइट रहता है तो हम सब अपने घरों के सामने बल्ब जला कर रखते है रोशनी में हाथी नहीं आते है साथ ही ग्रामीणों को भी हाथियों का आना जाना दिखता हैं अंधेरा रहने से पता ही नहीं चल पाता है और हाथी घर कोठार तक पहुंच जाते है ।सोनगरा क्षेत्र हाथियों का पुराना विचरण क्षेत्र रहा है कई जान मॉल का नुकसान भी हुआ हैं परंतु ग्रामीणों ने कभी भी हाथियों को तरंगित तार में नहीं फंसा कर नुकसान पहुंचाया है फिर भी लाइट को रात में काट देना समझ से परे है ।