महेश कुमार (IRN.24)
सूरजपुर/IRN.24…सूरजपुर जिले के भैयाथान विकासखण्ड अन्तर्गत ग्राम बतरा में स्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में शाला प्रवेश उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर नवप्रवेशी छात्र छात्राओं का महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री प्रतिनिधि ठाकुर प्रसाद राजवाड़े, पारसनाथ राजवाड़े (भूतपूर्व विधायक),सत्यनारायण जायसवाल (पूर्व जिला पंचायत सदस्य),सुलोचनी पैंकरा (जनपद अध्यक्ष भैयाथान),सुभाष राजवाड़े (मंडल अध्यक्ष भटगांव) सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने फूल माला पहनाकर, तिलक लगाकर और लड्डू खिलाकर उनका स्वागत किया। साथ ही निशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरित किया गया।मंत्री प्रतिनिधि ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन बच्चों के लिए बहुत खास है। उन्होंने कहा कि बच्चों को सही दिशा देने की जरूरत होती है। शिक्षक बच्चों के भविष्य निर्माता है। बच्चे ज्यादातर समय स्कूलों में बिताते हैं। बच्चों के गुण दोष का ज्ञान माता-पिता से ज्यादा शिक्षकों को होता है। शिक्षा और खेल के साथ साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी स्कूलों में कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहरी बच्चों की तरह ग्रामीण बच्चों को भी उनकी रूचि एवम् लक्ष्य पूर्ति के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए तथा उचित मार्गदर्शन देना चाहिए। अंत में उन्होंने सभी को शाला प्रवेश उत्सव की शुभकामनाएं दी।भूतपूर्व भटगांव विधानसभा विधायक पारसनाथ राजवाड़े ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं। उनके भविष्य को संवारना शासन प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा बच्चों का जन्म सिद्ध अधिकार है। कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। इसलिए पालको और बच्चों को संदेश देने के लिए शाला प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है।शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष हीरालाल राजवाड़े ने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षा मानव समाज के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल ज्ञानार्जन का साधन है, बल्कि यह समाज के न्याय, समानता, और विश्वसम्मतता को प्राप्त करने का माध्यम भी है। शिक्षित लोग समाज में सक्रिय भूमिका निभाते हैं और सामरिकता, संप्रेम, और सद्भाव की स्थापना करते हैं।इसी कड़ी में पूर्व शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष गया प्रसाद राजवाड़े ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के समाज में शिक्षा का महत्व काफी बढ़ चुका है। शिक्षा के उपयोग तो अनेक हैं परंतु उसे नई दिशा देने की आवश्यकता है। शिक्षा इस प्रकार की होनी चाहिए कि एक व्यक्ति अपने परिवेश से परिचित हो सके। शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक बहुत ही आवश्यक साधन है। हम अपने जीवन में शिक्षा के इस साधन का उपयोग करके कुछ भी अच्छा प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा का उच्च स्तर लोगों की सामाजिक और पारिवारिक सम्मान तथा एक अलग पहचान बनाने में मदद करता है। शिक्षा का समय सभी के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत रुप से बहुत महत्वपूर्ण समय होता है, यहीं कारण है कि हमें शिक्षा हमारे जीवन में इतना महत्व रखती है। इसी क्रम में अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी अपनी बात रखी। अंत में विकासखंड शिक्षा अधिकारी फूलसाय मरावी ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि शिक्षा ही जीवन का सार है। शिक्षा स्त्री और पुरुषों दोनों के लिए समान रुप से आवश्यक है, क्योंकि स्वास्थ्य और शिक्षित समाज का निर्माण दोनों के द्वारा मिलकर ही किया जाता हैं। यह उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक यंत्र होने के साथ ही देश के विकास और प्रगति में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस तरह, उपयुक्त शिक्षा व्यक्तियों के साथ ही राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करती है। वो केवल शिक्षित नेता ही होते हैं, जो एक राष्ट्र का निर्माण करके, इसे सफलता और प्रगति के रास्ते की ओर ले जाते हैं।उपयुक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में संतलाल प्रजापति जनपद सदस्य प्रतिनिधि,आनंद सिंह सरपंच प्रतिनिधि,रमेश गुप्ता मंडल महामंत्री,राम टहल राजवाड़े जी,संदीप जायसवाल वरिष्ठ पत्रकार,शरदेंदु शुक्ला सहायक जिला क्रीड़ा अधिकारी,सेजेस के प्राचार्य गोवर्धन सिंह, उत्तम प्रसाद राजवाड़े ,अंजना जायसवाल, आकिब आलम, स्मृति मिश्रा,रुचि कुशवाहा, फातमा सोगरा,अमजद अली,नेहा सिंह,आमरीन,एकता सिंह,ज्योति,रागिनी जायसवाल,सोनम नायर,स्वेता कुंडू,ज्योति गुप्ता,प्रियंका कुमारी,सुरेखा कुमारी, टेकचंद राजवाड़े, धनंजय दुबे सहित विद्यालय के समस्त शिक्षकों व कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा।