महेश कुमार-IRN.24(गणतंत्र भारत की स्वतंत्र आवाज़)
बतरा/ भारत को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य के साथ ही नागरिकों में स्वच्छता के लिए अच्छी आदतों को बढ़ावा देने एवं पर्यावरण के प्रति नेतृत्व की भावना विकसित करने के लक्ष्य हेतु सूरजपुर जिला कलेक्टर रोहित व्यास के आदेशानुसार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सूरजपुर कमलेश नंदिनी साहू के निर्देशानुसार,जिला शिक्षा अधिकारी रामललित पटेल एवं सहायक संचालक रवींद्र सिंहदेव के मार्गदर्शन में भैयाथान विकासखंड के ग्राम बतरा में स्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में स्वच्छता अभियान के तहत श्रमदान किया गया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सूरजपुर के नेतृत्व में सभी शिक्षक ,कर्मचारी एवं विद्यार्थियों ने विद्यालय प्रांगण, भवन, छत,कमरे, विद्यालय किचन, फूलों की क्यारियां सहित शौचालय एवं रैन वाटर हार्वेस्टिंग की साफ सफाई की।इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सूरजपुर कमलेश नंदिनी साहू ने अपने वक्तव्य में कहा कि स्वच्छता का यह अभियान मात्र एक दिन का नहीं, बल्कि जीवन भर का बनाने के लिए हमें प्रतिदिन स्वच्छता के लिए योगदान करना चाहिए। अपने आसपास वातावरण को स्वच्छ रखना हम सभी का मुख्य कर्तव्य भी है। हम मिलकर काम करेंगे तो वातावरण निश्चित ही स्वच्छ बनेगा। आज स्वच्छता के लिए हम सभी को महात्मा गांधी के आदर्श को अपनाना होगा। उन्होंने छात्र-छात्राओं और शिक्षकों से अपने आसपास के क्षेत्र में भी साफ सफाई के लिए योगदान करने और दूसरों को इसके लिए प्रेरित करने की अपील की।श्रम दान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सांसद प्रतिनिधि हीरालाल राजवाड़े ने कहा कि हमें अपने नागरिक दायित्व को निभाने के लिए भी सजग और संवेदनशील होना चाहिए। जनसहयोग से ही हम स्वच्छ वातावरण बनाने में सफल होंगे और वातावरण स्वच्छ एवं हरा भरा होगा तो समाज भी स्वस्थ हो पायेगा। अभियान में छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों की भूमिका की भी उन्होंने सराहना की और सभी के साथ मिलकर स्वच्छता कार्यकर्म में श्रमदान करते हुए अन्य लोगो को भी प्रेरित किया।इस अवसर पर बतरा ग्राम के सरपंच प्रतिनिधि आनंद सिंह आर्मो, सहायक संचालक रवींद्र सिंहदेव,संकुल समन्वयक लालसाय राजवाड़े,विद्यालय के प्राचार्य गोवर्धन सिंह ,उत्तम प्रसाद राजवाड़े सहित समस्त अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम के शिक्षक, कर्मचारी,स्काउट गाइड कैडेट्स, अभिभावक एवं विद्यार्थियों सहित ग्रामीण जनों का सराहनीय योगदान रहा।