महेश कुमार ठाकुर (IRN.24
) 15 अगस्त 1947 का दिन भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष बलिदान और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है इसी भावना के साथ स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बतरा में 77 वां स्वतंत्रता दिवस बहुत धूमधाम से मनाया गया. सर्वप्रथम शिक्षकों सहित समस्त छात्रों ने प्रभात फेरी निकाली तत्पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई मुख्य अतिथि जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुलोचनी पैकरा ने ध्वजारोहण किया तथा स्काउट गाइड के कैडेट से सलामी ली। स्वागत उद्बोधन में प्राचार्य श्री गोवर्धन सिंह ने कहा कि 15 अगस्त 1947 का दिन भारत के इतिहास और हर भारतीय नागरिक का सबसे अहम दिन है यही वो दिन है जब पहली बार भारत के लोगों ने एक आजाद देश में सांस लेना शुरू किया आज हमारे देश को अंग्रेजो की 200 सालों की गुलामी से मुक्ति मिले 76 वर्ष पूरे हो गए हैं भारत अपना स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम और पूरे उत्साह के साथ मना रहा है यह ऐतिहासिक दिन है और हमारे देशवासियों के बीच देश प्रेम, समर्पण और एकता का प्रतीक है . अपने वक्तव्य में मुख्य अतिथि श्रीमती सुलोचना पैकरा ने कहा कि आज का दिन देश को आजाद करने वाले भारत माता के अमर सपूतों को भीगी पलकों से याद करने का दिन है एवं उनके सपनों का भारत बनाने का दृढ़ संकल्प लेने का दिन है इसके साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को प्रतिबल प्रदान करते हुए कहा कि शिक्षा वह बल है जिसके द्वारा प्रत्येक शत्रु का विनाश किया जा सकता है आजादी केवल अपने शत्रुओं से आजाद होना नहीं है, बल्कि अपने मन में उठने वाले दुर्भावना एवं कुसंगति से भी आजाद होना है इसके अतिरिक्त विभिन्न कार्यक्रम जैसे देशभक्ति से ओतप्रोत नृत्य व संगीत, नाटक, भाषण के कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए जिसमें छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया । कार्यक्रम में पधारे बतरा ग्राम के सरपंच प्रतिनिधि श्री आनंद सिंह आर्मो ने कक्षा नौवीं से बारहवीं कक्षाओं में प्रथम तथा द्वितीय सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को क्रमशः 1500 एवं ₹700 नगद पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया . उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में प्रदर्शन करने वाले शिक्षक श्री अर्पित कुमार कुशवाहा को शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के सदस्य श्री संदीप जायसवाल ने ₹1100 नगद देकर उत्साहवर्धन किया। इसी क्रम में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष श्री गया प्रसाद राजवाड़े ने विद्यालय के सुचारू क्रियान्वयन के लिए ₹10000 नगद राशि देते हुए कहा कि कहा कि आज ही के दिन अर्थात 15 अगस्त 1947 के दिन भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था, इस आजादी की लड़ाई में हमने ना जाने कितने लोगों को खो दिया ऐसे सभी महापुरुषों को हम शत शत नमन करते हैं जिन्होंने अपने प्राणों की चिंता ना करते हुए हमें आजाद भारत में सांस लेने का मौका प्रदान किया साथ ही हम उन वीरों को भी नमन करते हैं जो देश की रक्षा के लिए दिन रात सीमा पर भारत माता की रखवाली करते हैं ताकि हम फिर से किसी जंजीरों में ना जकड़े जा सके. इसके अतिरिक्त अन्य मंचासीन अतिथियों ने भी स्वतंत्रता दिवस पर अपने विचार व्यक्त किए. अंत में आभार प्रदर्शन उत्तम प्रसाद राजवाड़े ने किया. उपयुक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य अतिथि श्रीमती सुलोचनी पैंकरा, जनपद सदस्य प्रतिनिधि चंद्र सिंह ,सरपंच प्रतिनिधि श्री आनंद सिंह आर्मो, उपसरपंच श्री सुभाष राजवाड़े, एसएमडीसी अध्यक्ष श्री गया प्रसाद राजवाड़े, सदस्य श्री संदीप जयसवाल, श्री राम टहल राजवाड़े, भूतपूर्व शिक्षक श्री इंद्रमणि पांडे, श्री राजेंद्र तिवारी, श्री लाल जी जायसवाल, श्री दिनेश कुमार पांडे, श्री लक्ष्मी जयसवाल, श्री मैनेजर पैकरा, श्री रूपसाय,श्री टीकम, श्री हीरा लाल राजवाड़े, प्राचार्य श्री गोवर्धन सिंह सहित समस्त शिक्षकों, कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा।
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