सूरजपुर में नकली खाद का जखीरा मिला, ईंट के चूरे, मिट्टी और रेत को रंगकर तैयार की खाद, बाजार में दुकानों तक पहुंचाया
- नकली गोदामों को सील कर दिया गया है। कलेक्टर के निर्देश मिलते ही एसडीएम शिवानी जायसवाल और कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने लक्ष्मी ट्रेडर्स के तीन गोदामों में छापेमारी की।
सूरजपुर/IRN.24… छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में नकली खाद गोदाम का भंडाफोड़ हुआ है। यहां नकली खाद बनाकर अलग-अलग जगहों पर बेचा जा रहा था। डीएपी खाद की जगह दानेदार सुपर फास्फेट को पैक किया जा रहा था। वहीं पोटाश खाद मार्बल, ईंट के चूरे, मिट्टी और बालू को रंगकर तैयार किया जा रहा था। गोदाम से करीब 9 हजार खाली बोरियां भी जब्त की गई हैं।
इन बोरियों में अलग-अलग कंपनियों के नाम प्रिंट कराए गए थे। एसडीएम शिवानी जायसवाल ने बताया कि जांच में नकली खाद बनाने और बेचने की पुष्टि हुई है। खाद का सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है। नकली गोदामों को सील कर दिया गया है। कलेक्टर के निर्देश मिलते ही एसडीएम शिवानी जायसवाल और कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने लक्ष्मी ट्रेडर्स के तीन गोदामों में छापेमारी की।
कृषि मंत्री ने दिया बयान
कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने कहा है कि नकली खाद का व्यापार करने वाले माफियाओं को छोड़ा नहीं जाएगा। सरकार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि किसानों को सही खाद-बीज मिले इसके लिए सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है। इधर मामला उजागर होने पर सरगुजा कलेक्टर ने सरगुजा की सहकारी समितियों में पहुंची डीएपी की खेप की जांच के लिए समिति बनाई है। यह समिति सहकारी समितियों में जाकर डीएपी खाद की जांच करेगी।
बाजार में बिक रहा था खाद
दरअसल पूरा मामला सूरजपुर जिले जयनगर का है। संभाग में डीएपी खाद की रैक ही नहीं आई थी। इसके बावजूद क्षेत्र के छोटे व्यापारियों के यहां डीएपी खाद पहुंचा दिया गया था। व्यापारी इसे सहकारी मूल्य से भी कम में बेच रहे थे।
जबकि सहकारी समिति में खाद उपलब्ध नहीं होने से किसान भटक रहे थे। किसान प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत करने पहुंचे कि सहकारी समितियों को खाद नहीं और व्यापारियों के आसानी से मिल रहा है।
अधिकारियों को शक हुआ कि कहीं नकली खाद बनाकर बेचा तो नहीं जा रहा है। इस पर सरगुजा और सूरजपुर कलेक्टर ने विभाग के अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।